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रिटायर्ड फौजी हत्याकांड में पकड़े गए हत्यारोपी


अमेठी जिले में सप्ताह भर पूर्व हुए रिटायर्ड फौजी संतोष सिंह हत्याकांड का आज रविवार को खुलासा पुलिस ने कर दिया है। मुंशीगंज पुलिस और एसओजी टीम ने हत्या में प्रयुक्त वाहन के साथ दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार है। पकड़े गए दो आरोपियों में से एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश है।पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि हत्यारोपी विजय प्रताप उर्फ गल्लन और उदय प्रताप सिंह की मृतक संतोष सिंह से काफी समय से रंजिश चलती आ रही है। इसी रंजिश के चलते आरोपियों ने साजिश के तहत यूपी 33 टी 9114 गाड़ी खरीदा। आपस में बातचीत के लिए दो नए मोबाइल फोन और दो नया सिम भी खरीदा। दोनो फोनो के जरिए मृतक संतोष सिंह की रेकी करते हुए मृतक की लोकेशन गाड़ी चालाक श्याम बिहारी शुक्ला को देते रहे। इसी साजिश के तहत श्याम बिहारी शुक्ला ने 17अक्टूबर को संतोष सिंह का पीछाकर दीनापुर पुलिया के पास पिकप संख्या यूपी 33 टी 9114 से संतोष सिंह को टक्कर मारकर हत्या कर दी जिससे उनकी मृत्यु हो गयी थी। घटना के बाद मोबाइल फोन व सिम को आरोपियों ने नष्ट कर दिया था। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए विजय प्रताप व उदय प्रताप ने श्याम बिहारी शुक्ला को  पिकप यूपी 33 टी 9114 को रुपये 1 लाख 85 हजार में खरीद कर दी गयी थी और कहा था कि घटना के बाद गाड़ी श्याम बिहारी शुक्ला हो जायेगी पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अपराधियों के विरुद्ध धर पकड़ अभियान के क्रम में एसओ मुंशीगंज संदीप राय व एसओजी प्रभारी धीरेन्द्र कुमार वर्मा ने मुखबिर की सूचना पर पिकअप वाहन संख्या यूपी 33 टी 9114 में सवार विजय प्रताप सिंह उर्फ गल्लन सिंह पुत्र चन्द्रबहादुर सिंह निवासी पश्चिम दुआरा थाना मुंशीगंज और श्याम बिहारी शुक्ला पुत्र चन्डीदत्त शुक्ला निवासी भुसियांवा थाना मुंशीगंज को दरपीपुर गरथोलिया रोड से गिरफ्तार किया है। फौजी हत्याकांड के खुलासे के लिए एसपी ने 4 टीमों का गठन किया था टीमों द्वारा निरंतर प्रयास कर घटना के बाद सीसीटीवी कैमरों की फुटेज तलाश की गई। जिससे प्रयोग की गई गाड़ी यूपी 33 टी 9114 को तलाश कर बरामद किया गया। आरोपी विजय के विरुद्ध आठ मामले पूर्व में दर्ज हैं।

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