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पांचवे दिन अस्पताल में लावारिस मिला घर का लाल


बहन से राखी बंधवाकर निकला भाई पांच दिन से कोमा में

रिपोर्ट-योगेश यादव

सुलतानपुर बहन से राखी बंधवाकर निकला भाई पांच दिन से अज्ञात में जिला अस्पताल में बेड पर बेहोश भर्ती है है । वह अस्पताल में भर्ती युवक कोमा में है।उसके शरीर के घाव से रक्त बह रहा था और उसपर चीटियां लगी हुई थी ।परिजनों ने बताया कि बीते 5 दिन से वह अपने बेटे को ढूंढ रहे हैं। इसके लिए उन्होंने गुमशुदगी की तहरीर 24 अगस्त को कोतवाली नगर में दिया और पुलिस ने application पर मुहर मारकर वापस कर दिया। वहीं जिला अस्पताल परिसर में अज्ञात मरीज की पहचान के लिए कोई भी स्वास्थ्य कर्मी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने के लिए सामने नहीं आया ।डाक्टर से लेकर नर्स तक के हाथों में एंड्रॉयड फोन रहा लेकिन किसी ने भी अज्ञात की पहचान के लिए जद्दोजहद नही किया।मीडिया के कई साथी अक्सर कवरेज़ के लिए अस्पताल में भी मौजूद रहते हैं लेकिन उनका भी सहयोग नही लिया गया।सीएमएस  कौशिक ने बताया कि जरूर नगर कोतवाली सूचना भेजी गई होगी।इधर परेशान परिजन उसे हर रिश्तेदारी ,हर थाने पर जाकर उसकी खोजबीन में लगे रहे।इसी बीच अस्पताल में किसी कार्य से आये दवा लेने आए एक गांव के एक युवक की निगाह जब सर्जिकल वार्ड(पुरुष) के बेड पर गई तो आसपास के लोगों ने कहा कि भैया यह मरीज जब से भर्ती है तब से इसे होश नहीं आया है ।इसकी आंखों से आंसू निकल रहे हैं ।कई बार इसने बेसुध अवस्था में अम्मा -अम्मा कहकर बुलाया। उसकी दशा बताते बताते बगल भर्ती मरीजों के भी आंसू निकल आए ।बताया जाता है कि गायब युवक कोतवाली नगर के अमिलिया खुर्द का रहने वाला है।पिता माताबदल ने कहा कि वह अपने बेटे अनुराग उर्फ सोनू को जीवित पाकर काफी खुश हैं। उन्होंने बताया कि नर्स ने बताया कि जिस रोज अज्ञात घायल को भर्ती कराया गया था।उसी दिन मरीज रेफर पेपर तैयार कर दिया गया था। लेकिन मरीज के साथ कोई नहीं था और कोमा में होने के कारण मरीज से बात भी नही हो सकी।जिस कारण पूरी फाइल में अज्ञात के नाम से ही इलाज होता रहा। फिलहाल जिला अस्पताल की संवेदनहीनता एक बार फिर से सबके सामने है।यही जर्जर सिस्टम है ।

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