ब्रेकिंग न्यूज

प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचे पैरेंट्स


लखनऊ। कोरोनाकाल में लगातार बंद चल रहे स्कूलों पर मनमानी और अवैध फीस वसूली का आरोप लगाते हुए पैरेंट्स ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में कहा गया है कि स्कूल बिना बच्चों को पढ़ाए अवैध फीस वसूल रहे हैं। पूरे राज्य में अभिभावकों और उनके बच्चों का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। अवैध वसूली पर रोक लगाने और उचित फीस निर्धारण के लिए हाईकोर्ट से न्याय की गुहार लगाई गई है। याचिका पर सुनवाई 25 जून को होगी। मुरादाबाद पैरेंट्स ऑफ आल स्कूल एसोसिएशन के सदस्यों  द्वारा दायर की गई है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि 2020-2021 व संपूर्ण कोरोना काल में निजी स्कूल मनमानी और अत्यधिक स्कूल फीस वसूल रहे हैं। बार-बार एसएमएस व फोन कर अभिभावकों व बच्चों का मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। कोरोना के कारण स्कूल बंद हैं और उनके द्वारा कोई भी सेवा प्रदान नहीं की गई। ऐसे में उस काल की फीस कैसे वसूली जा सकती है याचिकाकर्ताओं का कहना है कि सभी स्कूल लंबे समय से बंद हैं। कुछ स्कूलों में नाम के लिए ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है। परीक्षाएं भी फिजिकली नहीं हो रही हैं। इसके बाद भी निजी स्कूल राज्य सरकार के आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं। यही नहीं राज्य सरकार आपने आदेश को सुचारु ढंग से लागू भी नहीं करवा पा रही है।याचिकाकर्ताओं का कहना है कि जो अभिभावक फीस नहीं दे पा रहे हैं उनके बच्चों को न तो ऑनलाइन क्लास में बैठने दिया जा रहा है और न ही उन्हें परीक्षा में बैठने दे रहे हैं। इसके अलावा उच्च कक्षाओं में प्रोन्नत भी नहीं किया जा रहा है। कई स्कूल तो गरीब बच्चों का नाम भी काट दे रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं