कोरोना पॉजिटिव मां मासूम को पिलाती रही दूध, बच्चे को वायरस छू भी न पाया
लखनऊ। गोरखपुर में जेल बाईपास रोड पर सरस्वतीपुरम में रहने वाली शिक्षिका मधुलिका एक मई को संक्रमित हो गईं थीं। संक्रमण का पता चलने पर उन्होंने बाकी घर के सदस्यों को खुद से अलग कर लिया। चिकित्सक की सलाह से उन्होंने जरूरी दवाइयां शुरू कर दीं। इस बीच घरवालों ने कहा कि वह बच्चे को उन्हें दे दें, वह बाहर का दूध पिलाती रहेंगी। बच्चा मां के पास रहेगा तो उसे भी संक्रमण का खतरा हो सकता है। शिक्षिका ने घरवालों की नहीं अपने दिल की सुनी। मधुलिका ने बच्चे को अपने पास ही रखा और जब स्तनपान कराना होता था तो तीन मास्क लगा लेती थीं ताकि संक्रमण की आशंका न के बराबर रहे। हुआ भी यही मधुलिका ने 9 मई को दोबारा जांच कराई तो पता चला कि निगेटिव हो चुकी हैं और बच्चा भी पूरी तरह से स्वस्थ है।परिवार में सभी लोग सुरक्षित रहें, इसके लिए मधुलिका दिनभर मास्क लगाकर रखती थी। सिर्फ रात में सोते वक्त ही मास्क उतारती थीं। बेटे को गोद में लेने से पहले हाथ सैनिटाइज करने के बाद साबुन से भी धुलती थीं। बच्चे को स्तनपान कराने के बाद भी हाथ सैनिटाइज करती थीं।मधुलिका ने बताया कि उन्हें खुद के संक्रमण की चिंता नहीं थी। उन्हें सबसे अधिक चिंता बच्चे की थी। अभी वह महज 3 माह का है। लोगों ने कई बार कहा कि उसे मैं खुद से दूर रखूं। लेकिन मैं जानती थी कि अगर उसे स्तनपान नहीं कराया तो उसकी इम्यूनिटी कमजोर हो जाएगी और वह संक्रमण की चपेट में आ सकता है।
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