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फाइलेरिया रोधी दवाएं खाकर यूपी को फाइलेरिया से मुक्त करें-स्वास्थ्य मंत्री


सुलतानपुर।प्रदेश के मंत्री चिकित्सा एंव स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग/जनपद प्रभारी मंत्री  जय प्रताप सिंह ने  कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम माॅस ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन(एम0डी0ए0) अभियान का वर्चुअल संवाद कर शुभारम्भ/उद्घाटन अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश वर्ष 2021 तक फाइलेरिया रोग से पूर्ण रूप से मुक्त करने के लिये हम सब को माॅस ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन(एम0डी0ए0) अभियान में फाइलेरिया रोधी दवायें अवश्य खाना है। मंत्री  ने कहा कि प्रदेश सरकार कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए कोविड-19 से लड़ने हेतु हर सम्भव कार्य निरन्तर कर रही है साथ ही हर व्यक्ति तक अन्य महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिये संकल्पित है और उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु वचनबद्ध भी है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय फाइलेरिया कार्यक्रम माॅस ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एम0डी0ए0) अभियान का शुभारम्भ सोमवार को करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के 8 जनपदों औरैया, कन्नौज, फर्रूखाबाद, इटावा, रायबरेली, कौशम्बी, गाजीपुर, में आज वर्चुअल संवाद के माध्यम से सुलतानपुर से शुरू किया जा रहा है। मंत्री  ने कहा कि उत्तर प्रदेश को फाइलेरिया रोग से पूर्ण रूप से मुक्त करने के लिये हम सब को एम0डी0ए0 अभियान में फाइलेरिया रोधी दवायें अवश्य खाना है। मंत्री  ने वर्चुअल संवाद के माध्यम से प्रदेश के 8 जनपदों में फाइलेरिया उन्मूलन कार्य का शुभारम्भ करते हुए कहा कि फाइलेरिया बीमारी बहुत ही घातक बीमारी इसके विषय में आम जनमानस में जानकारी नहीं होती है, परन्तु आज से हमारे जनपद के जन प्रतिनिधिगण व हेल्थवर्कर एवं ग्राम प्रधान अपने-अपने क्षेत्रों में कैम्प लगाकर जन जागरूकता अभियान चलाकर आम जनमानस को जागरूक करें, जिससे फाइलेरिया के विषय आम जनमानस में जागरूकता लायी जा सके।  उन्होंने बताया कि फाइलेरिया बीमारी जिसे हाथी पाव भी कहा जाता है। यह एक घातक रोग है, जो की मच्छर के काटने से फैलता है। फाइलेरिया से बचने के लिये जागरूकता एवं बचाव बहुत ही जरूरी है। इसके लिये फाइलेरिया की दवायें सभी लोगों को खाना है तभी इस बीमारी से बचा जा सकता है। मंत्री ने बताया कि 2 वर्ष से कम आयु के बच्चे व गर्भवती महिलाओं एवं गम्भीर रूप से ग्रसित बीमारी वाले लोगों को इस दवा का सेवन नहीं करना है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया की दवा खाने से मनुष्य का इम्युनिटी सिस्टम भी मजबूत होता है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया की दवा खाकर फाइलेरिया रोग से बचा जा सकता है, जागरूकता ही इस बीमारी का इलाज है। मंत्री एवं समस्त जनप्रतिनिधिगण व डीएम, एसपी, सीडीओ ने स्वयं फाइलेरिया की दवा खाकर जनपद के 6 लाभार्थियों आचल, आनया, नैना, गुडडी, सुनील, चन्दन को दवा खिलाकर शुभारम्भ किया।  विधायक सूर्यभान सिंह, विधायक सदर सीताराम वर्मा,  विधायक कादीपुर राजेश गौतम, नगर पालिका अध्यक्ष बबिता जायसवाल, सभी जन प्रतिनिधिगणों ने राष्ट्रीय फाइलेरिया कार्यक्रम माॅस ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एम0डी0ए0) अभियान में अपने-अपने सम्बोधन में कहा कि फाइलेरिया जैसे घातक बीमारी के विषय में आज तक कोई भी सरकारें इस तरह का कार्यक्रम चलाकर आम जनमानस को जागरूक नहीं किया है, परन्तु वर्तमान सरकार फाइलेरिया के विषय में जन जागरूकता अभियान/कैम्प लगाकर आम जनमानस को जागरूक कर फाइलेरिया की दवा खाने के लिये प्रेरित कर रही है। समस्त जन प्रतिनिधिगणों ने कहा कि कैम्प के माध्यम से जन जागरूकता पैदा कर जनपद व प्रदेश को फाइलेरिया मुक्त बनाया जायेगा। सभी जन प्रतिनिधिगण ने इस अभियान को सफल बनाने के लिये एकजुट होकर उत्तर प्रदेश को फाइलेरिया से मुक्त कर एक सशक्त और स्वस्थ प्रदेश बनाने का संकल्प लिया। जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम माॅस ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन(एम0डी0ए0) अभियान के शुभारम्भ के अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि फाइलेरिया बहुत ही घातक बीमारी है इससे बचने के लिये हर व्यक्ति को फाइलेरिया की दवा बीमारी होने  से पहले ही खाकर बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के गाइड लाइन का पालन करते हुए फाइलेरिया के विषय में कैम्प लगाकर जनपद के लोगों को जागरूक कर दवा खाने के लिये प्रेरित किया जायेगा, जिससे हमारा जनपद फाइलेरिया बीमारी से मुक्त हो सकेगा। उन्होंने बताया कि जानकारी ही इस बीमारी का इलाज है  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 धर्मेन्द्र कुमार त्रिपाठी, अपर निदेशक वेक्टर बोर्न डिजीज नियंत्रण कार्यक्रम स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार डाॅ0 नूपुर राय, राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित वरिष्ठ तकनीकी विशेषज्ञ डाॅ0 एन0एस0 धर्मशत्तु व राज्य कार्यक्रम अधिकारी फाइलेरिया ने रोग के तकनीकी पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से विश्व के 11 देशों से फाइलेरिया का पूर्ण उन्मूलन हो चुका है। उसी प्रकार की रणनीति अपना कर भारत भी फाइलेरिया रोग का पूर्ण उन्मूलन कर रहा है। कार्यक्रम के अन्त में मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स ने मंत्री  सहित सभी जन प्रतिनिधिगणों एवं अधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा इस रोग से बचाव के लिये जागरूकता का संदेश देते हुए कहा कि फाइलेरिया का जोखिम क्यों उठाये साल में एक बार दवा अवश्य खायें। इस पुलिस अधीक्षक शिव हरी मीना, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) हर्षदेव पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी(वि0/रा0) उमाकान्त त्रिपाठी, अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज, जिला विकास अधिकारी डाॅ0 डी0आर0 विश्वकर्मा, बी0एस0ए0, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी पन्ना लाल, डीपीओ दिनेश सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी आर0बी0 सिंह, डाॅ0 राधा बल्लभ, नोडल वीवीडी, डब्ल्यूएचओ से डाॅ0 सागर, पीसीआई पाथ, वीएमजीएफ, जीएचएस, सीएफएआर सहित सम्बन्धित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।   

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