यूपी देश का पहला राज्य जहां महिलाओं को रोजगार देने हेतु बी0सी0 सखी योजना शुरू


 लखनऊ।उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना  नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोरोना में कमी आ रही है फिर भी सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। प्रदेश के कन्टेनमेंट जोन में भी कमी आयी है इसकी संख्या घटकर 6,415 हो गयी है। उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचे। बचाव ही सबसे बेहतर इलाज है। खासकर बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बच्चे सार्वजनिक स्थानों व कार्यक्रमों में जाने से परहेज करें। अब तक 2.15 करोड़ से अधिक टेस्ट किये जा चुके है। घर-घर सर्वें का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा सर्विलांस के माध्यम से लगभग 15 करोड़ लोगों तक पहुंच कर उनका हालचाल लेते हुए कोविड-19 संक्रमण की जानकारी भी ली गयी है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है जहां सबसे अधिक कोरोना संक्रमण की जांच की गयी है और इतनी बड़ी संख्या में लोगों से सम्पर्क किया गया है।श्री सहगल ने बताया कि बी0सी0 सखी योजना राज्य की महिलाओ को लाभ पहुंचाने के लिए शुरू की गयी है। इस योजना के अंतर्गत महिलाओ को राज्य सरकार द्वारा रोजगार के अवसर प्रदान किये जा रहे है। उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखी तैनात करने का फैसला किया, इसके लिए रिवाल्विंग फण्ड की भी की गयी है। इस योजना के पहले चरण में 58 हजार महिला अभ्यर्थियों का चयन किया गया, जिनको प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। प्रशिक्षण के उपरांत महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जायेगा। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य जहां महिलाओं को रोजगार देने संबंधी इस प्रकार की योजना शुरू की गयी है। देश के अन्य किसी राज्य में इस प्रकार की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को आर्थिक रूप से समृद्ध करने के लिए रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार निरन्तर प्रयासरत है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 97,663 स्वयं सहायता समूह एवं उनके संगठनों को आनलाइन 445.92 करोड़ रूपये की धनराशि हस्तान्तरित की। 

Post Comment

कोई टिप्पणी नहीं