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भद्द पिटने के बाद कोतवाली पुलिस ने कराया समझौता

 


सीआरपीएफ में तैनात फ़ौजी का परिवार हो रहा था उत्पीड़ित

पीड़िता ने पड़ोसी युवकों की छींटाकशी से परेशान होकर बदल लिया था रास्ता


मिशन शक्ति पर उठी उंगली तो पीड़िता को मिली राहत


सुल्तानपुर।महिला उत्पीड़न को लेकर पुलिस द्वारा शिथिलता के कई मामले देखे गए जिस कारण मिशन शक्ति योजना की शुरुआत हुई ।हाथरस जैसे मामले में भी सरकार को बहुत फजीहत झेलनी पड़ी ।फिलहाल मिशन शक्ति के जरिए पीड़ित फ़ौजी का परिवार अब संतुष्ट हो गया है ।उस पर बीते कई माह से फब्तियां कसी जा रही थी ।आरोप है कि फ़ौजी के घर की महिलाओं को सताने वाले लोगों पर पुलिस ने ढंग से होम वर्क नही किया।नतीजन फौजी की बिटिया मिशन शक्ति के कार्यक्रम में पहुँच डीएम एसपी से मिलकर कोतवाली पुलिस की चुगली कर दर्द बयां किया।अंततः भद्द पिटने पर आज दोनों पक्ष नगर कोतवाली बुलाए गए और नगर कोतवाल ने पुलिसिया अंदाज में मामले को निपटारा कराया ।यह मामला बीते कई दिन से सोशल मीडिया पर शोर कर शोर मचा रहा था।लेकिन पुलिस को छोड़ हर किसी तक पीड़िता मनीषा की आवाज़ पहुँची। फिलहाल भद्द पिटती देख कोतवाली पुलिस की गहरी नींद टूटी ।बुलाने पर मनीषा के परिजनों संग कोतवाली पहुंची । आरोपी युवक ने सुलहनामा लिख कर दिया(संलग्नक)।मालूम हो कि समझौते से पहले सुबह रविवार को पीड़िता फ़ौजी की पुत्री मनीषा के घर टोने-टोटके का सामान भी फेंका गया।जो कैमरे में कैद हो गया। बताते चलें कि दोनों पक्ष के बीच बीते एक दशक से 5 फुट के गलियारे को लेकर विवाद है।फ़ौजी की फरियाद पर पूर्व एसपी गोविंद अग्रवाल ने दिया था दखल।पुलिस ने कराया था समझौता(रिपोर्ट संलग्न)।फौजी के परिजनों का कहना है कि उनके बैनामे में ही 5 फीट के रास्ते का जिक्र है ।जिसे विपक्षी जबरन अपना बताता है ।यही रार झगड़े की वजह बन गया है ।यह झगड़ा धीरे-धीरे रगड़ा में बदलता गया ।विपक्षियों ने सरहंगई से दीवार तोड़कर दरवाजा भी लगा लिया जो कैमरे में कैद है।और फौजी की पुत्री का घर से निकलना मुश्किल हो गया ।बकौल पीड़िता उसने पड़ोसी युवकों द्वारा अश्लील टीका टिप्पड़ी, फब्तियों से परेशान होकर रास्ता भी बदल लिया । उसने कई बार पुलिस को फोन किया ।मुख्यमंत्री हेल्पलाइन को भी बताया लेकिन उसकी फरियाद नहीं सुनी गई थी। थक हार कर जब उसने मीडिया कर्मियों की शरण ली तो मामले में  मित्र पुलिस का चेहरा बेनकाब हो गया और दशहरे के दिन फ़ौजी के परिवार को नगर कोतवाली में राहत मिला।लोगों का कहना है यह काम पुलिस पहले भी कर सकती थी ।

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