ब्रेकिंग न्यूज

हिन्दी दिलों को जोड़ने वाली भाषा है-डॉ.एम.पी.सिंह विसेन

सुलतानपुर  । 'हिन्दी दिलों को जोड़ने वाली भाषा है । भावनाओं के प्रकटीकरण का सबसे  मजबूत माध्यम मातृभाषा ही है ।' यह बातें राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय  के प्राचार्य डॉ.एम.पी.सिंह विसेन ने कहीं ।
श्री सिंह महाविद्यालय में आयोजित हिन्दी दिवस समारोह को बतौर अध्यक्ष सम्बोधित कर रहे थे ।
 समारोह में बोलते हुये महाविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष इन्द्रमणि कुमार ने कहा कि - हिन्दी  दुनिया की दूसरी बड़ी भाषा है । हिन्दी को उसका वास्तविक स्थान दिलाने में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी रही है ।उन्होंने कहा कि चिकित्सा ,कानून ,तकनीकी और प्रबंधन की विषय वस्तु हिन्दी भाषा में उपलब्ध कराये जाने की जरूरत है ।
 असिस्टेंट प्रोफेसर ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह'रवि' ने कहा कि हिन्दी  रोजगार और व्यापार की भाषा बन रही है । संस्कृति सभ्यता और समाज को लेकर जो सजगता हिन्दी में मिलती है वह अन्य भाषाओं में नहीं है । उन्होंने बताया कि वर्तमान में कई ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें हिन्दी दुनिया में नम्बर एक है ।
 असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.विभा सिंह ने कहा कि हिन्दी मां है तो अन्य भाषायें मौसी । हिन्दी को लेकर हमेशा सजग रहने की जरूरत है ।
हिन्दी विभाग द्वारा आयोजित समारोह में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.रंजना पटेल ने कहा कि मीडिया ,संचार माध्यमों और हिन्दी फिल्मों के प्रसार के कारण भी हिन्दी का फैलाव दुनिया में बहुत तेजी से हो रहा है। 
 इस अवसर पर अनेक प्रमुख लोग व विद्यार्थी उपस्थित रहे । महाविद्यालय में हिन्दी पखवाड़ा के अन्तर्गत बच्चों के बीच विभिन्न प्रतियोगितायें आयोजित की जायेंगी ।

कोई टिप्पणी नहीं