ब्रेकिंग न्यूज

निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण ने जिला चिकित्सालय में निर्माणाधीन 100 शैय्या युक्त क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल व पर्यटन विकास कार्य का किया निरीक्षण


सुल्तानपुर निदेशक, पिछड़ा वर्ग कल्याण, उ0प्र0/नोडल अधिकारी वंदना वर्मा का जनपद भ्रमण के दौरान निरीक्षण भवन लोक निर्माण विभाग में जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया । तत्पश्चात नोडल अधिकारी/निदेशक ने ग्राम पंचायत सोमनाभार, ब्लाक दूबेपुर में उ0प्र0 प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा कराये जा रहे पर्यटन विभाग की राज्य योजना अंतर्गत नरसिंह भगवान मन्दिर का समेकित पर्यटन विकास कार्य, वृहद गो-संरक्षण केन्द्र सिरवारा, वि0ख0 कूरेभार, निर्माणाधीन स्वाशासी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय 100 शैय्या युक्त क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल व मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के अन्तर्गत पं0 राम नरेश त्रिपाठी सभागार के जीर्णोंद्धार/पर्यटन विकास कार्य का निरीक्षण किया ।  निदेशक  द्वारा उ0प्र0 प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा कराये जा रहे पर्यटन विभाग की राज्य योजना अंतर्गत निर्माण कार्य वि.ख. दूबेपुर के ग्राम सभा सोमनाभार नरसिंह भगवान मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य का निरीक्षण कर जायजा लिया । उक्त नरसिंह भगवान मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य की कुल लागत-473.53 लाख है, जिसमें 375.58 लाख रू0 धनराशि अवमुक्त कर दी गयी है। शेष धनराशि यथाशीघ्र प्राप्त हो जायेगी।  उक्त निर्माण कार्य के अन्तर्गत एक भव्य गेट, टॉयलेट ब्लॉक, यात्री हॉल, यात्री शेड, शू-प्लेस, ग्रेनाइट इंटरलॉकिंग, सोलर लाइटिंग, स्टोन बेंच, साइनेज, म्यूरल वाल स्टेज आदि का निर्माण कार्य कराया गया है। लगभग 90 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण हो गया है। उक्त कार्यदायी संस्था द्वारा अवगत कराया गया कि अवशेष कार्य जून, 2025 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।  निरीक्षण के दौरान निदेशक ने नरसिंहपुर भगवान का पूजन-अर्चन किया । उन्होंने निरीक्षण के दौरान निर्देशित किया कि यात्री हॉल में लगी खिड़कियों में ग्रिल तथा सीढ़ीयों पर रेलिंग का कार्य यथाशीघ्र कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने टॉयलेट ब्लॉक निरीक्षण के दौरान वॉश बेसिन को सही कराने के निर्देश दिये। उन्होंने मंदिर के पौराणिक महत्व के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा इन्टरलाकिंग को सही कराने के निर्देश दिये। सम्बन्धित ठेकेदार द्वारा अवगत कराया गया कि बारिश के बाद इन्टरलाकिंग के कार्य को एक बार फिर से सही कराया जायेगा।   तत्पश्चात निदेशक  पिछड़ा वर्ग कल्याण, उ0प्र0 ने वृहद गो-संरक्षण केन्द्र सिरवारा (फेज-2) विकास खण्ड कूरेभार का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान कुल 634 गोवंश संरक्षित पाये गये, जिसमें 384 नर एवं 250 मादा हैं। गोवंशों हेतु कुल-8 टीन शेड व चार पानी के टैंक बनाये गये हैं। सभी टीनशेडों में प्रकाश हेतु सोलर पैनल लगाये गये हैं। कुल- 05 पशु चिकित्सक एवं 07 केयरटेकर शिफ्ट वार गौशाला की देखरेख करते हैं।निदेशक ने निरीक्षण के दौरान गोवंशों के खाने हेतु उपलब्ध भूषा, चूनी-चोकर, हरा चारा आदि का अवलोकन किया , जो पर्याप्त मात्रा में सरंक्षित पाया गया। उन्होंने गौशाला में गोवंशों की चिकित्सा आदि की बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी गोवंशों पर समय से टीके उपलब्ध करा दिये जायें।   निदेशक ने सहभागिता योजना के अन्तर्गत गोद लिये गये गोवंशों के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। सम्बन्धित द्वारा अवगत कराया गया कि भिन्न-भिन्न व्यक्तियों द्वारा कुल-65 गोवंशों को गोद लिया गया है। निदेशक ने 02 गोवंशों को लेने वाली महिला से बात की । उन्होंने बताया कि प्रतिमाह मुझे 02 गोवंशों हेतु 3000 रुपये उपलब्ध हो जाते हैं, जिससे गोवंशों की देखरेख आसानी से हो जाती है। निदेशक  द्वारा गोवंशों को गुड़ व फल खिलाया गया।   निदेशक ने गोवंशों के लिये पर्याप्त मात्रा में भूषा का भण्डाराण किये जाने के साथ-साथ हरा चारा, चूनी, चोकर एवं साफ-सफाई, छॉव पर विशेष ध्यान दिये जाने के निर्देश संचालक गो-संरक्षण केन्द्र सिरवारा को दिया  तथा पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि गोवंशों का दैनिक सत्यापन/निरीक्षण कर आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाय।  तत्पश्चात् निदेशक ने निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्टक्चर मिशन के अन्तर्गत राज्य स्वाशासी चिकित्सा महाविद्यालय में 100 शैय्या युक्त  क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक का निरीक्षण किया। स्वीकृति लागत 3326.57 लाख रू0 है। उक्त निर्माण कार्य के अन्तर्गत G+3 का 100 शैया युक्त क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल, 20 पैसेंजर की क्षमता की 02 लिफ्ट, गुड स्लिफ्ट 01, 1.5 टन की 33 स्प्लिट ए.सी., सी.सी. रोड (498 वर्ग मीटर), यूजी टैंक, इंटरलॉकिंग रोड (560 वर्ग मीटर), सीवर लाइन, सेप्टिक टैंक, सोकपिट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, ट्यूबेल, पम्प हाउस का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। कार्य प्रारम्भ की तिथि फरवरी, 2025 है।   कार्यदायी संस्था सी. एण्ड डी.एस., उ0प्र0 जल निगम अयोध्या यूनिट-44 है। निरीक्षण के दौरान कार्य प्रगति पर पाया गया। सम्बन्धित एक्सईएन द्वारा कार्य कराये जाने के तकनीकी पहलुओं के बारे में मैप के माध्यम से अवगत कराया । निदेशक ने निर्देशित किया  कि निर्माणाधीन एरिया को कवर कर दिया जाय तथा उक्त कार्य को ससमय व गुणवत्तापूर्ण कराना सुनिश्चित करें।  तत्पश्चात् निदेशक ने मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के अन्तर्गत पं0 राम नरेश त्रिपाठी सभागार के जीर्णोद्धार/पर्यटन विकास कार्य का निरीक्षण किया। उक्त सभागार के जीर्णोद्धार की स्वीकृत लागत 153.26 लाख रू0 है, जिसमें में से अवमुक्त धनराशि 120 लाख रू0 एवं अवशेष धनराशि 33.26 है। निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था द्वारा अवगत कराया गया कि पुरानी फॉल सीलिंग को हटवाकर नई फॉल सीलिंग लगवाने, वॉल पैनलिंग, वाटरप्रूफिंग, सी.सी. फ्लोरिंग, पुट्टी, वायरिंग एवं ए0सी0 फिटिंग का कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा पेंटिंग एवं प्लंबिंग का कार्य लगभग हो चुका है। उक्त कार्य यू0पी0 प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लि0, निर्माण इकाई-11 अयोध्या द्वारा 2 टन ए.सी. (15 नग) फिक्सिंग, वाटर प्रूफिंग ट्रीटमेंट, वॉल पैनलिंग, आयरन गेट (2 नग), प्लम्बिंग, इलेक्ट्रिकल वर्क, रेन वाटर हार्वेस्टिंग आदि का कार्य कराया जा चुका है। फिनिशिंग व सफाई का कार्य प्रगति पर है।   निदेशक ने कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया  कि हॉल के अन्दर मैटिंग लगाने व सभागार के वाह्य आवरण का सौदर्यीकरण कराये जाने के निर्देश दिये। संस्था द्वारा अवगत कराया गया कि वाह्य आवरण का सौंदर्यीकरण कराये जाने का प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया गया है। निदेशक ने निर्देशित किया  कि फिनिशिंग व साफ-सफाई का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण कराकर सभागार का विभिन्न कार्यक्रमों हेतु जनहित में उपयोग किया जा सके। 

कोई टिप्पणी नहीं