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लोकसभा चुनाव-: किसी भी तरह की गड़बड़ी या पक्षपातपूर्ण घटना के लिए डीएम एवं एसपी होंगे जिम्मेदार


लखनऊ प्रदेश में लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 की तैयारियों के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग ने तीन दिवसीय कार्यक्रम में अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठकों और राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता करने के पश्चात  शनिवार को उ0प्र0 विधान भवन, तिलक हाल में मुख्य निर्वाचन आयुक्त  राजीव कुमार की अध्यक्षता में प्रेस कांफ्रेंस कर निर्वाचन संबंधी तैयारियों की जानकारी दी। प्रेस कांफ्रेंस में आयोग ने अपने तीन दिवसीय कार्यक्रमों के दौरान निर्वाचन की तैयारियों को लेकर तथा प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, प्रलोभनमुक्त, भयमुक्त व शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए समीक्षा बैठकों में अधिकारियों को दिए गए निर्देशों को साझा किया। साथ ही राष्ट्रीय एवं राज्य मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ की गई बैठक में निर्वाचन को लेकर उनके द्वारा दिये गये सुझावों और मांगों को भी मीडिया के सामने रखा और चुनाव की तैयारियों सहित सभी पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही उत्तर प्रदेश में चुनाव की तैयारियों के संबंध में एक पीपीटी मीडिया कर्मियों को साझा किया।आयोग ने कहा कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से होगा। इसके लिए आधुनिक तकनीकी का सबसे ज्यादा उपयोग किया जायेगा। अगर किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में कोई गड़बड़ी या पक्षपातपूर्ण घटना पाई जाती है तो इसके जिम्मेदार जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक होंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा सामान्य निर्वाचन को लेकर की जा रही तैयारियों से निर्वाचन आयोग संतुष्ट है।प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सबसे पहले अपने तीन दिवसीय दौरे के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की टीम ने दौरे के पहले दिन राष्ट्रीय एवं राज्य मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ बैठक की थी। इस दौरान विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की तरफ से आयोग की टीम को कुछ सुझाव एवं आग्रह प्राप्त हुए थे, जिन पर मुख्य चुनाव आयुक्त ने एक-एक करके अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि राजनैतिक दलों की मांग पर इस बार पोस्टल बैलेट की गिनती पहले करायी जायेगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि मतदान के बाद सभी ईवीएम मतदान केंद्र से स्ट्रांग रूम तक सरकारी वाहन में भेजे जाएंगे। 85 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को तथा दिव्यांगजनों को घर से वोट डालने की सुविधा मिलेगी।मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव के दौरान पहले प्रत्याशियों को 50-50 चेक की चार चेकबुक बैंक से बारी-बारी से प्राप्त होती थी। इससे उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था क्योंकि चुनाव के दौरान छोटे-छोटे खर्चे भी प्रत्याशियों को चेक के माध्यम से करने पड़ते थे। इस बार प्रत्याशी 200 चेक की चेकबुक बैंक से प्राप्त कर सकेंगे। इस संबंध में बैंकों को निर्देशित किया जा चुका है। हाईराइज बिल्डिंग में रहने वाले मतदाताओं को सुलभ मतदान की सुविधा देने के लिए इनके नजदीक मतदेय स्थल बनाये जायेंगे।मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों को तीन बार समाचार पत्रों में अपनी आपराधिक छवि के बारे में प्रकाशित करवाना पड़ेगा। इसके अलावा राजनीतिक दलों को भी समाचार पत्रों में यह प्रकाशित करवाना पड़ेगा कि क्यों उन्होंने अपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशी का चुनाव किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में हुए चुनावों में जिन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान कम होता आया है, उनका चिन्हांकन कर वहां पर मतदान प्रतिशत बढ़ाने का आयोग की तरफ से प्रयास किया जा रहा है।आयोग ने बताया कि इस बार प्रकाशित हुए इलेक्टोरल रोल में उत्तर प्रदेश में अब तक 15 करोड़ 29 लाख 22 हजार मतदाता हैं, जिसमें महिलाओं की संख्या 7.15 करोड़ है। वहीं 100 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या 31 हजार से अधिक है। आयोग ने कहा कि इस बार थर्ड जेंडर, दिव्यांगजन और नए मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने प्रदेश के मतदाताओं से चुनाव के महापर्व में बढ़-चढ़कर भाग लेने तथा मतदान के दिन वोट डालने का आग्रह किया।मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने सभी अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा । मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष, भयमुक्त, पारदर्शी तथा सहभागितापूर्ण चुनाव कराना आयोग की  सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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