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अलाया अपार्टमेंट हादसे में सपा प्रवक्ता की मां और पत्नी की मौत,हिरासत में पूर्व मंत्री का बेटा

 


लखनऊ के अलाया अपार्टमेंट हादसे में अब तक दो महिलाओं की मौत हो चुकी है। हादसे में सपा नेता अब्बास हैदर की पत्नी उजमा हैदर और उनकी मां आमिर हैदर की मौत हो गई है। प्रशासन का दावा है कि घटनास्थल पर रेस्क्यू कार्य जारी है। घायलों का इलाज करवाया जा रहा है। मलबे में फंसे लोगों को रेस्क्यू टीम ने ऑक्सीजन पहुंचाने का इंतजाम किया है। अलाया अपार्टमेंट अपार्टमेंट सपा सरकार के पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे व भतीजे की जमीन पर खड़ा किया गया था। अपार्टमेंट बनाने का काम  बिल्डर याजदान को दिया गया था। इसका एग्रीमेंट पूर्व मंत्री के बेटे व भतीजे ने बिल्डर फहद यजदानी से किया था। इसके बाद दोनों में फ्लैट बांटे गए थे। हजरतगंज इलाके में बटलर पैलेस व पराग डेयरी के बीच स्थित अलाया अपार्टमेंट की जमीन सपा सरकार के कद्दावर मंत्री रहे शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश व भतीजे तारिक ने 2003 में खरीदी थी। इसके बाद इस जमीन पर अपार्टमेंट बनाने के लिए बिल्डर एग्रीमेंट याजदान बिल्डर्स से किया। याजदान बिल्डर्स ने इस जमीन पर 5 मंजिला भवन तैयार किया। इसके अलावा एक पेंट हाउस का निर्माण कराया था। इस पेंट हाउस को पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के परिवार को दिया गया था। जिसे बाद में शाहिद ने सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्बास हैदर को बेच दिया था। अपार्टमेंट में शाहिद मंजूर के हिस्से में दो फ्लैट बचे थे। एक में शाहिद ने अपनी बेटी व दामाद को दे दिया था। वहीं फ्लैट नंबर 401 अभी उनके पास ही था।5 मंजिला अलाया अपार्टमेंट के ढह जाने की जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी में लखनऊ के आयुक्त रोशन जैकब, संयुक्त पुलिस आयुक्त लखनऊ पीयूष मोर्डिया और चीफ इंजीनियर PWD लखनऊ को शामिल किया गया है। यह कमेटी एक सप्ताह में जिम्मेदार लोगों को चिह्नित कर रिपोर्ट देगी।मामले में सपा के पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश शाहिद समेत 3 पर FIR दर्ज की गई है। उनके पार्टनर मोहम्मद तारिक और फहद याजदानी को भी आरोपी बनाया गया है। नवाजिश को गिरफ्तार कर लिया गया है। हजरतगंज कोतवाली में आईपीसी की धारा 308, 323, 420, 120 बी और 7 सीएलए में FIR दर्ज की गई है। दो मौत के बाद मामले में बढ़ेगी गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ेगी। हजरतगंज थाने के सब इंस्पेक्टर ने मामले में FIR दर्ज कराई है। अपार्टमेंट के निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल का आरोप है। निर्माण बगैर मानचित्र पास  कराए किया गया था।लखनऊ पुलिस कमिश्नर के अनुसार मलबे अब किसी के दबे होने की आशंका न के बराबर है इसलिए जेसीबी व पोकलैंड मशीन से मलबा हटाने का काम शुरू किया गया है। 24 से 48 घंटे का समय लग सकता है। फरार दो अरोपियों की गिरफ्तारी के पांच टीमें गठित की गई हैं। 

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