गुजरात मोरबी केबल ब्रिज की मरम्मत करने वाली कंपनी पर FIR
नई दिल्ली गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बने केबल सस्पेंशन ब्रिज हादसे में मरने वालों की संख्या 140 हो गई है वहीं 177 लोगों को बचाया गया है और 19 घालयों को स्थानीय सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। 140 साल पुराने ब्रिज की मरम्मत करने वाली ओरेवा कंपनी और अन्य जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 304, 308, 114 के तहत FIR दर्ज की गई है। गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। मोरबी के इस ऐतिहासिक पुल की मरम्मत और रखरखाव का टेंडर हाल ही में ओरेवा नाम की कंपनी को मिला था। टेंडर की शर्तों के अनुसार कंपनी को मरम्मत के बाद अगले 15 सालों तक इस पुल का रखरखाव करना था. यह केबल सस्पेंशन ब्रिज 7 महीने की मरम्मत के बाद गत 25 अक्टूबर को पब्लिक के लिए खोला गया था। पांच दिन बाद ही 30 अक्टूबर की शाम 6:30 से 7 बजे के बीच पुल टूटने की वजह से बड़ा हादसा हो गया।मोरबी पुल हादसे की जांच के लिए गुजरात सरकार ने 5 सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया है। इस 5 सदस्यीय दल में आर एंड बी के सचिव संदीप वसावा, IAS राजकुमार बेनीवाल, IPS सुभाष त्रिवेदी, चीफ इंजीनियर के.एम पटेल के साथ डॉ. गोपाल टांक को रखा गया है।
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