कांवड़ यात्रा और बकरीद के लिए सरकार की गाइडलाइन
प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी न हो: बकरीद पर कुर्बानी के लिए पहले से तय जगह पर कुर्बानी होनी चाहिए। विवादित जगह कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। किसी भी कीमत पर कहीं भी प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न हो। कुर्बानी के बाद अपशिष्ट के व्यवस्थित निस्तारण की कार्ययोजना होनी चाहिए।
खुले में मांस की खरीद-बिक्री न हो: श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करते हुए कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस का खरीद-बिक्री न हो। यात्रा मार्ग पर सफाई बनी रहे। स्ट्रीट लाइट की सुविधा हो। गर्मी तेज है, ऐसे में मार्ग में पीने के पानी की व्यवस्था भी कराई जाए।
DJ का वॉल्यूम कंट्रोल में रहे, सिर्फ धार्मिक गीत ही बजाएं: कावंड़ यात्रा आस्था के उत्साह का कार्यक्रम है। परंपरागत रूप से नृत्य, गीत, संगीत इसका हिस्सा रहे हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं का उत्पीड़न न किया जाए। डीजे, गीत-संगीत आदि की आवाज धीमी रहे और केवल धार्मिक गीत ही बजाए जाएं।
कोई नई परंपरा शुरु न होने दें: पर्व-त्योहार में शासन सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराए। धार्मिक परंपरा और आस्था को सम्मान दें, लेकिन कोई नई परंपरा न शुरू हो। आयोजकों को अनुमति देने से पहले उनसे शांति और सौहार्द सुनिश्चित करने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए।
त्योहारों पर सभी को पूरी बिजली मिले: गांव और शहरी क्षेत्रों में पर्व-त्योहारों के बीच बिजली अपूर्ति सही रहे। कहीं से भी अनावश्यक कटौती की शिकायत न आए। इसकी नियमित समीक्षा की जाए।
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