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वाराणसी सीरियल ब्लास्ट के दोषी को फांसी की सजा


लखनऊ  वाराणसी में वर्ष 2006 में हुए सीरियल बम ब्लास्ट मामले में गाजियाबाद की जिला कोर्ट ने आतंकी वली उल्लाह को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई है। आतंकी वली उल्लाह प्रयागराज के फूलपुर तहसील के सराय लिली उर्फ खोजापुर गांव का रहने वाला है। मौजूदा समय में उसके चार भाई अलग-अलग जगहों पर रहते हैं। उसके परिवार के कुछ सदस्य फूलपुर के इस्लामाबाद मोहल्ले में भी रहते हैं।वली उल्लाह को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद उसके पैतृक गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।आतंकी वली उल्लाह के खिलाफ प्रयागराज की फास्ट ट्रैक कोर्ट में भी राष्ट्रद्रोह के मुकदमे का ट्रायल चल रहा है। इस केस का ट्रायल फाइनल स्टेज में है।दरअसल वली उल्लाह को 18 अप्रैल 2001 को राष्ट्रद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उसके खिलाफ फूलपुर थाने में राष्ट्रद्रोह के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।उस पर भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध छेड़ने जिहाद करने और इस संबंध में साहित्य एकत्र करने का आरोप लगाया गया था।मामले में वली उल्लाह उसके भाई उबैद उल्लाह, वसी उल्लाह और उजैर आलम को आरोपी बनाया गया था। एक अन्य आरोपी मुस्तकीम की इस मामले में अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है जबकि तीन आरोपी उबैद उल्लाह वसी उल्लाह और उजैर आलम जमानत पर रिहा हैं।डीजीसी क्रिमिनल गुलाब चंद्र अग्रहरी के मुताबिक इस केस में कुल 23 गवाह अभियोजन की ओर से पेश किए गए हैं।जबकि बचाव पक्ष की ओर से इस मामले में 7 गवाह पेश किए जा चुके हैं।वली उल्लाह की ओर से भी मामले में एक गवाह को पेश किया जा चुका है। उनके मुताबिक मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम की जज निशा झा कर रही हैं। इस मामले में आतंकी वली उल्लाह को आजीवन कारावास की सजा तक हो सकती है।उनके मुताबिक आतंकी वली उल्लाह बाबरी मस्जिद विध्वंस का बदला लेने के लिए साजिश कर रहा था। उसके संबंध पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से भी प्रकाश में आए थे। इसके साथ ही आतंकी वली उल्लाह का संबंध पाकिस्तान आतंकवादी सलीम सज्जाद और पप्पू से भी थे जो कि पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में लखनऊ में मारे जा चुके हैं। आतंकी वली उल्लाह को गाजियाबाद कोर्ट से कई बार प्रयागराज की जिला कोर्ट में पेश किया जा चुका है। इस मामले में 27 जून को प्रयागराज की फास्ट ट्रैक कोर्ट में अगली सुनवाई होनी है।

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