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योग आत्मा से परमात्मा के साक्षात्कार का माध्यम है-डॉ सीमा सिंह


सुलतानपुर सिविल लाइंस स्थित राणा प्रताप पी जी कालेज के बीएड विभाग ने  योग शिविर का आयोजन किया जिसमें बीएड प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। यहाँ बीएड विभागाध्यक्ष डॉ भारती सिंह,डॉ कल्पना सिंह, शांतिलता कुमारी, डॉ सीमा सिंह, डॉ संतोष सिंह अंश सुमित यादव, अभिषेक सिंह ने भी योग के आसन किये। यहाँ योग साधिका महिमा यादव ने योग  के महत्त्व  को रेखांकित किया। उनके द्वारा जो योग कराए गए उनके नाम और लाभ इस प्रकार है सुखासन यह योग मन को शांति प्रदान करता है, तड़ासन इससे शरीर सुडौल बना रहता है, वज्रासन  इससे पीठ और कमर दर्द की समस्या दूर होती है, वृक्षासन इस योग के अभ्यास से तनाव दूर होता है, अर्धमतसयेनद्रासन योग मधुमेह और कमरदर्द में लाभ देता है।

प्राणायाम के अंतर्गत जो योग, योग साधिका ने कराए वे निम्न थे भस्तिका प्राणायाम इस योग को करने से मन शांत रहता है और ब्लड प्रेशर सही रहता है,कपालभाति  प्राणायाम के अभ्यास से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है, अनुलोम- विलोम  के नियमित अभ्यास से फेफड़ें शक्तिशाली होते है  और पाचनतंत्र ठीक रहता है,भ्रामरी प्राणायाम करने से तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है और गला ठीक रहता है, सूर्य नमस्कार करने से शरीर  में लचीलापन रहता , हड्डियां मजबूत बनती है , कब्ज ,तनाव अनिद्रा को दूर करता है। इन विभिन्न  योग को सीखने और अभ्यास करने डीएसएम नर्सरी स्कूल के कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थी भी आये थे और योग करने हेतु बच्चे उत्साहित और प्रसन्न दिखे।  प्राचार्य प्रो डी के त्रिपाठी में कहा कि योग तन मन को सुंदर और स्वस्थ बनाता है। बीएड विभागाध्यक्ष डॉ भारती सिंह ने कहा कि योग शिविर का मकसद प्रशिक्षणरत छात्रों के लिये इसलिये कराया गया कि वे स्वयं फिट रहे और  अपने आने वाले विद्यार्थियों को भी फिट रखें। हरेक अध्यापक योग को बढ़ाने में मदद कर सकता है। डॉ कल्पना सिंह ने कहा कि इस योग प्रशिक्षण से विद्यार्थियों के तन और मन को एकाग्र करने में मदद मिलेगी। शांतिलता कुमारी ने कहा कि विद्यार्थियों को योग अपनी नियमित दिनचर्या का अनिवार्य हिस्सा बनाना चाहिए। डॉ सीमा का कहना था कि योग आत्मा से परमात्मा के साक्षात्कार का माध्यम है। डॉ संतोष कुमार सिंह अंश ने बताया कि योग हमें निरोगी बनाता है, मन शांत रहता है ऊर्जावान बना रहता है। यहां पर बीएड प्रथम और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों के साथ डीएसएम नर्सरी  स्कूल के विद्यार्थी और स्टॉफ मौजूद थे।

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