ब्रेकिंग न्यूज

पुलिस ने साइबर ठग को किया गिरफ्तार,नौकरी दिलाने के नाम पर गैंग ने देशभर में 1 हजार लोगों से किया फ्रॉड

 


लखनऊ बरेली जिले में देश का अब तक का सबसे बड़ा साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है। आरोप है कि साइबर ठगों ने देश भर में ऑनलाइन नौकरी देने के नाम पर करीब 1 हजार लोगों को अपना शिकार बनाया है। उनके साथ 3000 करोड़ से अधिक की ठगी की है।बरेली की साइबर थाने की पुलिस ने मंजरुल इस्लाम नाम के एक साइबर ठग को नोएडा से गिरफ्तार किया है।साइबर थाने के इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि बहेड़ी निवासी एक शिक्षिका ने अक्टूबर 2021 में एफआईआर दर्ज करवाई थी। जिसमें उसने बताया था कि उसके खाते से 2 लाख रुपये से अधिक साइबर ठगों ने उड़ा लिए हैं। पुलिस ने उसके बाद छानबीन शुरू की तो साइबर ठगी के तार चीन से जुड़े मिले। ठगों के इस गैंग में चीन के लियान नामक युवक का भी नाम सामने आया।पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले एक आरोपी को गिरफ्तार किया। जिसके अकाउंट में एक महीने में 201 करोड़ का ट्रांजैक्शन हुआ था। उसके एकाउंट की डिटेल ली गई तो करीब 2000 से अधिक पेज की डिटेल निकली। वो आरोपी जयदेव महारष्ट्र की जेल में बंद है।पुलिस ने जब महिला द्वारा दी गई एकाउंट की डिटेल निकलवाई तो पता चला कि इसमें मंजरुल इस्लाम शामिल है। जिसके बाद आरोपी मंजरुल को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक, पकड़ा गया आरोपी मंजरुल गुरुग्राम हरियाणा से डोफिन कंसलटेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक बनकर उसके बिजनेस खाते में साइबर ठगी के पैसों को ट्रांसफर करता था।गिरफ्तार शातिर ठग मंजारुल इस्लाम पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर गांव का रहने वाला है। उसने पुलिस को बताया कि कोरोना की पहली लहर के समय जब पूरा संक्रमण से परेशान था। इसी दौरान उसका संपर्क चीनी साइबर ठग लियान से हुआ। लियान के संपर्क में आने के बाद उसने कोविड काल फायदा उठाया।उसने नौकरी गंवा चुके लोगों को अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों में ऑनलाइन जॉब दिलाने के नाम पर ठगी करना शुरू किया। उसके साथ साइबर ठगी में असम का रहने वाला जयदेव भी शामिल था। जिसने करीब 200 करोड़ की ठगी को अंजाम दिया था। बाद में महाराष्ट्र पुलिस ने जयदेव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

कोई टिप्पणी नहीं