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वन्य जीव अपराध एवं उसके नियंत्रण हेतु जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया


सुलतानपुर वन एवं पर्यावरण जलवायु परिवर्तन विभाग, उ0प्र0 द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में 01 अक्टूबर से 07 तक मनाये जाने वाला वन्य प्राणी सप्ताह कार्यक्रम में प्रभागीय वनाधिकारी आनन्देश्वर प्रसाद की अध्यक्षता में बुधवार को प्रभागीय वनाधिकारी, कार्यालय कैम्प में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान वन्य जीव अपराध एवं उसके नियंत्रण हेतु जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस जागरूकता शिविर में वाइल्ड लाइफ, क्राइम कन्ट्रोल ब्यूरो भारत सरकार से आये हुए वाइल्ड लाइफ इंस्पेक्टर अर्नब वसु तथा असिस्टेन्ट इंटीग्रेटेड संजय सिंह, टी0एस0ए0 इण्डिया से भास्कर दीक्षित व रेनू शर्मा, गौरैया संरक्षण के लिये काम करने वाले प्रकाश विजय ने प्रतिभाग किया।

इस जागरूकता शिविर का मुख्य उद्देश्य आमजन मानस में वन्य प्राणियों के प्रति जागरूकता लाना तथा लोगों को वन्य प्राणियों के प्रति संवेदनशील बनाना है।  जागरूकता शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी पन्नालाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रकृति में संतुलन बनाये रखने के लिये वन्य जीवों के प्रति हमें संवेदनशील होना पड़ेगा। अवैध व्यापार पर नियंत्रण लगाना होगा। विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला सूचना अधिकारी धीरेन्द्र कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि जीवों के प्रति दयाभाव रखना हम सब का कर्तव्य है। जीव हिंसा, अवैध व्यापार से हमें दूर रहना चाहिये। ‘जियो और जीने दो‘ के सिद्धान्त का पालन करना चाहिये।वाइल्ड लाइफ इंस्पेक्टर अर्नब वसु, असिस्टेन्ट इंटीग्रेटेड संजय सिंह व टी0एस0ए0 इण्डिया से भास्कर दीक्षित द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से आमजन मानस में वन्य जीवों के अपराध से सम्बन्धित विभिन्न घटनाओं जैसे - कछुआ सहित अन्य वन जीवों की तस्करी करने वाले लोगों को चिन्हित करने तथा उस पर प्रतिबन्ध लगाने हेतु जागरूक किया गया तथा वन्य जीव अपराध पर नियंत्रण हेतु वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम-1972 के तहत शिकार, संग्रह, परिवहन, व्यापार, प्रयास आदि में संलिप्त पाये जाने वाले व्यक्तियों को 03 से 07 वर्ष की कैद और आर्थिक जुर्मानें का प्राविधान है। वन्य जीव संरक्षण हेतु हम सभी को शिकार, संग्रह, व्यापार से दूर रहना चाहिये, जिससे प्रकृति में संतुलन बना रहे।   

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