रोपवे के जरिए निहार सकेंगे काशी
वाराणसी आप रोपवे में सवार होकर न केवल काशी को निहार सकेंगे बल्कि कैंट स्टेशन से बाबा विश्वनाथ और मां गंगा और उसके घाट तक महज कुछ मिनटों में आसानी से पहुंच सकेंगे। माना जा रहा है कि करीब एक महीने के अंदर ही इसकी शुरुआत हो सकती है।गंगा, घाट, गलियों वाली पौराणिक काशी तरक्की के साथ कदमताल करते हुए आधुनिक हो रही है। लेकिन शहर के मुख्य रास्तों में चौड़ी सड़कें न होने और गाड़ियों की संख्या बढ़ने के कारण अक्सर जाम से हालात सैलानियों, पर्यटकों और लोगों की दिक्कतें बढ़ा देता है। ऐसे में लंबे समय से शहर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के लिए नए विकल्प की खोज चल रही थी। भारत सरकार के उपक्रम राइट्स को यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर कुछ नया प्लान करने की जिम्मेदारी मिली थी।जिसके बाद राइट्स ने यहां रोपवे का सुझाव दिया। शासन और जिला प्रशासन ने इसके लिए डीपीआर बनाने का आदेश दिया।जिसके बाद पहले राइट्स और फिर वेबकॉस ने पूरा सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की. रिपोर्ट के बाद कंपनी के अधिकारियों की वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल के साथ दो दौर की बैठक हो गई है। जिसमे सारी कमियों और शंकाओं को दूर कर लिया गया है। अब रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है जहां से ये रिपोर्ट भारत सरकार के अर्बन डेवलेपमेंट मंत्रालय को भेजी जाएगी। उम्मीद है कि भारत सरकार से हरी झंडी मिलते ही करीब एक महीने के भीतर ही रोपवे की आधारशिला वाराणसी में रखी जा सकती है।
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