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घर से भागी लड़की का गैंगरेप, पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार

 


लखनऊ  के एक गांव में मां की डांट से गुस्सा होकर निकली 14 साल की किशोरी को एक ई-रिक्शा चालक खाना खिलाने व नौकरी दिलाने के बहाने अपने घर ले गया। फिर रात में मड़ियांव स्थित अपने घर दोस्तों को बुलाकर उसके साथ दुराचार किया। दरिन्दगी करने वाले आरोपी किशोरी को दो जगह ले गये थे। किशोरी के घर वालों से सूचना पाकर एसपी ग्रामीण हृदयेश कुमार व सीओ बीकेटी हृदयेश कठेरिया अपनी टीम के साथ रात भर बच्ची को ढूंढ़ते रहे। सोमवार तड़के बच्ची को मड़ियांव से सकुशल बरामद कर छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी मूल रूप से सीतापुर व बाराबंकी के रहने वाले है।  SP ह्रदेश कुमार के मुताबिक पकड़े गये आरोपियों में सीतापुर, संदना निवासी रिक्शा चालक इकरामुद्दीन, डुडौली निवासी मो. नसीम, शकील उर्फ छोटू, नूर मोहम्मद उर्फ पुन्नू, बिहार के सिवान निवासी उत्तम शर्मा और रहीमनगर निवासी रीतेश यादव उर्फ भोला हैं। CO हदयेश कठेरिया ने बताया कि किशोरी को उसकी मां ने मामूली बात पर डांट दिया था। इस पर ही वह शौच के बहाने घर से निकली और मड़ियांव पहुंच गई। यहां वह लोगों से चारबाग रेलवे स्टेशन का रास्ता पूछ रही थी। इसी समय इकरामुद्दीन ने उसे देखा और पूछा कि वह अकेली कहां जा रही है। किशोरी ने कहा कि वह मुम्बई में नौकरी के लिये जा रही है।       इस पर इकरामुद्दीन ने उसे यहीं नौकरी दिलाने की बात कही और खाना खिलाने के बहाने मड़ियांव में अपने घर ले गया। शाम तक उस पर दुलार दिखाता रहा। इकरामुद्दीन ने शाम सात बजे अपने दोस्तों को बुला लिया।   इन लोगों ने किशोरी के साथ दुराचार किया। उसके विरोध करने पर धमकाकर चुप करा दिया। रात नौ बजे उसे एक दूसरे आरोपी के घर ले जाया गया। यहां भी उसके साथ दुराचार किया गया। सीओ के मुताबिक पीड़िता ने बताया कि छह लोगों में से पांच लोगों ने ही उसके साथ गलत हरकत की जबकि एक आरोपी ने ऐसा करने से मना कर दिया था। बीकेटी थाने में सभी आरोपियों के खिलाफ दुराचार, पोक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। हालांकि किशोरी को वहां से मेडिकल परीक्षण के लिये अस्पताल भेज दिया गया। पीड़िता के पिता की काफी पहले ही मौत हो चुकी है। उसकी मां घरेलू काम कर जीविका चलाती है।

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