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युवक के विरुद्ध कोई कार्यवाही ना किए जाने से डिप्रेशन में आकर घर के अंदर युवती ने लगाई फांसी


अयोध्या ।एक तरफ शासन प्रशासन द्वारा महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए महिला सशक्तिकरण एवं स्वालंबन अभियान चलाया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ बीकापुर कोतवाली पुलिस महिलाओं और किशोरियों के अपराध से संबंधित मामलों में गंभीर नहीं है।एक किशोरी द्वारा खुदकुशी किए जाने के मामले में कोतवाली पुलिस पर बड़ी लापरवाही किए जाने का आरोप लगाया गया है।पुलिस की उदासीनता और कार्यशैली से डिप्रेशन में आकर कोतवाली क्षेत्र के पुहपी गांव में सोमवार शाम करीब एक 17 वर्षीय किशोरी द्वारा घर के अंदर फांसी लगाकर खुदकुशी कर लेने का मामला प्रकाश में आया है।सूचना मिलने के बाद कोतवाली पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची लेकिन पुलिस की कार्यशैली से परिजनों और काफी संख्या में इकट्ठा हुए ग्रामीणों में गहरा आक्रोश व्याप्त हो गया। तथा पुलिस टीम के साथ नोकझोंक शुरू हो गई और कमरा बंद करके खोलने से इंकार कर दिया ।पीड़ित पिता रामअवतार निषाद द्वारा दी गई तहरीर में बताया गया है कि उनकी 17 वर्षीय पुत्री को कोतवाली क्षेत्र के ही तोरो माफी गांव का निवासी आरोपी युवक संदीप पुत्र श्यामलाल बहका फुसलाकर अपने साथ ले गया था। तथा उसके साथ फोटो खिंचवा कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जिससे उसके पुत्री की गांव और समाज में छवि धूमिल हो गई। आरोपी द्वारा बार-बार फोन करके उसके पुत्री को शादी करने के लिए धमकी भी दी जा रही थी और कहा गया गया की नहीं तो जिंदगी बर्बाद कर दूंगा।आरोपी द्वारा पुत्री की फोटो वायरल किए जाने के बाद पुत्री द्वारा 15 मार्च को बीकापुर कोतवाली में शिकायत पत्र देकर शिकायत की गई। लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। पुलिस द्वारा आरोपी युवक के विरुद्ध कोई कार्यवाही ना किए जाने से डिप्रेशन में आकर उसकी पुत्री ने सोमवार शाम को घर के अंदर फांसी लगा लिया।पीड़ित पिता द्वारा बताया गया है कि फोटो वायरल होने के बाद 15 मार्च को जब कोतवाली में उसकी पुत्री द्वारा आरोपी के विरुद्ध शिकायत पत्र दिया गया तो पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। हल्का दरोगा और सिपाही की आरोपी से मिलीभगत है।20 मार्च को हल्का दरोगा और सिपाही द्वारा कागज पर अंगूठा लगवा लिया गया और पुत्री से हस्ताक्षर करवा लिया गया। लेकिन आरोपी के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिजनों द्वारा जब कमरे का दरवाजा नहीं खोला गया। तो देर शाम को पुलिस क्षेत्राधिकारी और उपजिलाधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। तथा कार्रवाई का आश्वासन देकर समझा-बुझाकर आक्रोश शांत किया उसके बाद दरवाजा खुलवा कर किशोरी के शव को नीचे उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।परिजनों और ग्रामीणों द्वारा एसएसपी को भी शिकायत पत्र भेजकर दोषी हल्का दरोगा और सिपाही के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।

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