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जबलपुर में 15 साल के एक छात्र ने 10 साल के एक लड़के को मार कर नदी में फेंका


नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के जबलपुर में 15 साल के एक छात्र ने अपने ही क्लास में पढ़ने वाली लड़की के 10 साल के भाई को मारकर शव नदी में फेंक दिया। क्राइम ब्रांच के 40 अफसर और कर्मचारी पांच दिन तक बच्चे की खोजबीन करते रहे, तब जाकर उन्हें शव मिला। मामला जबलपुर जिले के बेलखेड़ा थाना क्षेत्र के जुगपुरा गांव का है। मृत बच्चे के परिजन के शक के आधार पर जब पुलिस ने नाबालिग आरोपी से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात मानी।नाबालिग आरोपी ने बताया कि मृतक राजा की बहन और वो एक ही स्कूल में 10वीं क्लास में पढ़ते हैं। दोनों एक-दूसरे के पड़ोसी भी हैं, इसलिए उनकी अच्छी दोस्ती हो गई। आरोपी राजा की बहन से फोन पर बातें भी करता था। राजा दोनों की दोस्ती के बारे में जान गया था।वह अक्सर अपने मां और पापा को उनकी दोस्ती के बारे में बताने की धमकी देकर पैसे और गेम खेलने के लिए मोबाइल ले लेता था। वह ऐसा हर बार करने लगा था। उसकी ब्लैकमेलिंग से वह तंग आ गया था। जिसके बाद उसने उसे मारने का फैसला किया। आइडिया उसे फिल्म देखने के बाद मिला।मृतक राजा 5 मार्च की रात आठ बजे के लगभग गायब हुआ था। 10 मार्च को बेलखेड़ा पुलिस आरोपी को थाने ले गई थी। 11 मार्च से राजा की तलाश SDRF और होमगार्ड की टीम ने नर्मदा में शुरू की थी। चार दिन नर्मदा में तलाश करने के बाद रविवार यानी 10वें दिन राजा का शव घटनास्थल से 25 किलोमीटर दूर नरसिंहपुर जिले के ठैमी थाने के मुराच घाट के पास मिला था।आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने बांस के डंडे से राजा के सिर पर मारा था। बेहोश होने पर छोटी नाव से नर्मदा के बीच धारा तक ले गया। इसके बाद उसे पानी में फेंक दिया था। पुलिस ने योतवार को ही आरोपी को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी को बाल सुधार गृह भेज दिया है। वहीं, पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया।15 वर्षीय आरोपी शातिर निकला। बेलखेड़ा थाने में पदस्थ 31 का स्टाफ, क्राइम ब्रांच की टीम, टीआई, SDOP और अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तक इस मामले के खुलासे में लगे थे। बावजूद आरोपी पुलिस को घुमाता रहा। 5 मार्च की रात राजा गायब हुआ था। 7 को आरोपी खुद के हाथ-पैर रस्सी से बांधकर मुंह में कपड़ा ठूंस कर जुगपुरा घाट के पास पड़ा रहा।वहां से निकले गांव वालों की नजर पड़ी तो बताया कि कुछ बदमाश उसे अगवा कर ले जा रहे थे। आरोपी की मंशा थी कि ऐसा करने पर पुलिस को संदेह जाएगा कि राजा को भी इसी तरह से बदमाश उठा ले गए होंगे। पर आरोपी से एक गलती हो गई। उसने घर की रस्सी का प्रयोग हाथ-पैर बांधने में किया था। इसी के बाद वह संदेह में आया था।

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