संतकबीरनगर में झूठी शान में पिता ने कराई बेटी की हत्या
लखनऊ।संतकबीरनगर के धनघटा थाना क्षेत्र के जिगिना गांव में चार फरवरी को मिली अज्ञात युवती के शव की शिनाख्त हो गई। युवती की पहचान गोरखपुर जनपद के बेलघाट थाना क्षेत्र के जितवारपुर गांव निवासी रंजना यादव के रूप में हुई। पुलिस ने घटना का अनावरण किया। उसके पिता और भाई ने ही हत्या की साजिश को अंजाम दिया। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ ने देर शाम घटना का खुलासा कर मामले की जानकारी दी। पुलिस ने युवती के पिता, भाई, बहनोई और एक अन्य को गिरफ्तार कर जेल रवाना किया।एसपी डॉक्टर कौस्तुभ ने बताया कि चार फरवरी को थाना धनघटा क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम जिगिना में एक अज्ञात अधजली युवती का शव मिला था। मामले में धनघटा पुलिस व उच्चाधिकारीगणों ने घटनास्थल का जांच कर हत्या के खुलासे के लिए स्थानीय पुलिस, डॉग स्क्वायड, फील्ड यूनिट, सर्विलांस टीम को लगाया गया था। शव के पंचायतनामा की कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। इस सनसनी खेज घटना के अनावरण हेतु अपर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह तथा क्षेत्राधिकारी धनघटा अम्बरीश भदौरिया के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक धनघटा रवीन्द्र कुमार गौतम व एसआई धर्मेन्द्र सिंह (मीडिया सेल) एवं सर्विलांस सेल की टीम गठित कर घटना के अनावरण हेतु लगाया गया था।सीसीटीवी फुटेज व अन्य इलेक्ट्रानिक माध्यम के साथ-साथ सर्विलांस टीम की मदद से घटना को अंजाम देने वालों को दबोचा।एसपी ने बताया कि अभियुक्तगण से पूछताछ की गई तो मृतका के पिता ने बताया कि मेरी पुत्री का एक गैर सम्प्रदाय के युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। जो उसके साथ घर से भाग गई थी। जिससे मेरी व परिवार की समाज में काफी बदनामी हुई थी। हम सभी काफी अपमानित महसूस कर रहे थे। इस वजह से उसे जान से मारने की योजना बनाई। जिसके लिए अपने दामाद सत्यप्रकाश यादव से बात की। सत्य प्रकाश यादव ने सीताराम से मिलवाया। सीताराम ने वरुण तिवारी उर्फ पिन्टू पुत्र महेन्द्र तिवारी निवासी डोमडीह थाना महुली से सम्पर्क कराया। वरुण तिवारी उर्फ पिन्टू व उसके दोस्त नाम पता अज्ञात डोमडीहा ने इस काम के लिए 1.5 लाख रुपये की सुपारी ली। घटना को अंजाम देने के लिए पूर्व में भी दो बार प्रयास किया गया जो असफल रहा।तीन फरवरी की रात को मैं अपनी लड़की को गाड़ी में बैठा कर बहाने से लेकर ग्राम जिगिना थाना धनघटा के सिवान में कच्ची सड़क से सटे सुनसान स्थान पर बने टीन सेड के कमरे में लाया। जहां पर उसके द्वारा विरोध किया गया कि मुझे यहां क्यों लाये हैं। इस पर मेरे बेटे ने कहा कि तुमने हम लोगों की नाक कटा दी है, हम लोग कही मुंह दिखाने लायक नहीं हैं, इसका सबक तुम्हें सिखाने लाए हैं। जिस पर वह चिल्लाना चाही तो मेरे बेटे ने उसका मुंंह व नाक तब तक दबाए रखा, जब तक वह बेहोश न हो गई। हम लोगों ने कमरे में बोरा चट्टा बिछाकर उस पर रंजना को लिटा कर पेट्रोल छिड़ककर कमरे के बाहर आकर माचिस की तीली जलाकर रंजना के ऊपर फेंंक दिया। पेट्रोल की आग बहुत तेज पकड़ ली फिर हम चारोंं वहां से भाग निकले।
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