सरकारी दफ्तर में शराब पार्टी मनाने वाले दो अधिकारी जांच में दोषी, खंड विकास अधिकारी ने अधिकारियों की आंख में धूल झोंकते हुए आरोपी एक कर्मचारी को दी क्लीनचिट
अमेठी।केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में अजब-गजब मामला प्रकाश में आया है़। करीब दो माह पूर्व ब्लाक आफिस में दो अधिकारियों और एक कर्मचारी का शराब पार्टी मनाते वीडियो वायरल हुआ था। छीछालेदर के बाद जिला प्रशासन ने खंड विकास अधिकारी को मामले की जांच के निर्देश दिए थे। अब दो माह बाद खंड विकास अधिकारी का जांच लेटर वायरल हुआ है़, जिसमें दो अधिकारियों को तो दोषी माना गया लेकिन कर्मचारी को क्लीनचिट दे दी गई। हालांकि वीडियो में कर्मचारी का चेहरा साफ जाहिर हो रहा। सूत्र का कहना है़ खंड विकास अधिकारी ने बड़ा फीलगुड कर अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक दिया है़।दरअस्ल ये पूरा मामला जिले के अमेठी ब्लाक से जुड़ा है
। 13 अक्टूबर (मंगलवार) की रात ब्लाक आफिस में बाकयदा महफिल जमी थी। सरकारी कुर्सियों पर अधिकारी बैठे थे और जाम पर जाम चल रहा था। इस बीच किसी ने खुफिया कैमरे से अधिकारियों की कारगुजारी को कैद करना शुरू किया। दरअस्ल आसपास के लोगों ने चर्चा कर रखी थी कि सरकारी दफ्तर में अधिकारी और कर्मचारी बैठकर शराब की चुस्कियां लेते हैं। बात सही थी, ब्लाक में तैनात ग्राम विकास अधिकारी दिग्विजय सिंह और सहायक विकास अधिकारी धर्मेद्र प्रताप सिंह और कर्मचारी अशोक कुमार सिंह आराम से शराब की चुस्कियां लेते दिखे थे। खबर जब मीडिया में प्रमुखता से प्रकाशित हुई तो सीडीओ ने जांच के आदेश दिए।सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन की नींद टूटी थी और मामले में डीडीओ (जिला विकास अधिकारी) ने जांच खंड विकास अधिकारी अमेठी को सौंपी थी। खंड विकास अधिकारी ने जांच पत्र संख्या 1096/ख.वि.अ./स्था./2020-21 के माध्यम से डीडीओ और सीडीओ को बताया गया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर के संबंध में अवगत कराना है़ कि इस खबर में विकास खंड अमेठी के सहायक विकास अधिकारी (आईएसबी) एवं डीपी सिंह एवं दिग्विजय सिंह का नाम स्पष्ट रुप से ध्वनित हो रहा। वायरल वीडियो में शराब पिए जाने की बात भी स्पष्ट हो रही है़। यह उल्लेखनीय है़ कि वर्तमान में उपरोक्त दोनो कार्मिक इसी विकास खंड में कार्यरत है़। चूंकि यह प्रकरण विकास खंड की छवि कार्य की पवित्रता एवं आम जनो के इस विभाग में विश्वास से संबंधित है़ इसलिए प्रथम दृष्टया इस प्रकरण में आवश्यक कार्यवाही किए जाने की आवश्यकता प्रतीत होती है़। आख्या आपकी सेवा में आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित है़।
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