प्रवासी मजदूर सहित अन्य जॉब कार्ड धारक मजदूर काम ना मिलने से घर बैठने को मजबूर
सुलतानपुर। कुड़वार मनरेगा योजना के तहत प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार द्वारा बनायी गयी कार्य योजना स्थानीय कर्मचारियों के उदासीनता के चलते उस मुकाम तक नहीं पहुंच पा रही है। जहाँ सरकार पहुंचने का प्रयास कर रही है। मामला राजकीय प्रक्षेत्र कुड़वार में मेड़बंदी व सुरक्षा खांई से जुड़ा है। इस कार्य में प्रवासियों को काम कम देकर अपने चहेते मजदूरों से मेंड़बंदी का कार्य कराकर सरकारी धनराशि मनमाने ढंग से खर्च हो रही है। प्रवासी मजदूर, जॉब कार्ड धारक, कोरोना जैसी महामारी में काम की तलाश में इधर उधर भटक रहे हैं। उद्यान विभाग द्वारा संचालित राजकीय प्रक्षेत्र कुड़वार में सुरक्षा खाईं, मेड़बंदी सहित अनुरक्षण का कार्य मनरेगा योजना के तहत कराने के लिए 6099 मानव दिवस सृजित कर 1,22, 6000 रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
उक्त कार्य को कराने से पहले खंड विकास अधिकारी, प्रधान ,ग्राम सचिव एवं रोजगार सेवक को सूचित कर मनरेगा जॉब कार्ड धारकों को काम देने के लिए निर्देशित किया गया है। बीडीओ, प्रधान, रोजगार सेवक को सूचना ना देकर सहायक उद्यान निरीक्षक और चौकीदार सांठगांठ कर अपने मनमर्जी मजदूरों को लगाकर कार्य कराया जा रहा है। क्षेत्र के राम सूरत तिवारी,पवन तिवारी, अनंत देव शुक्ल, लतीफ विनोद सिंह आदि का कहना है कि प्रवासी मजदूर और मनरेगा जॉब कार्ड धारक मजदूरी के लिए इधर-उधर भटक रहे है। उद्यान निरीक्षक द्वारा जॉब कार्ड धारकों को काम ना देकर अपने चहेते आधा दर्जन मजदूरों से मजदूरी करा कर सरकारी धन को गोलमोल करने की योजना बनाई जा रही है।बताया जा रहा है कि विभाग द्वारा एक सप्ताह के लिए 32मजदूरों का मस्टररोल निर्गत किया गया है लेकिन पांच से छः मजदूर रोज काम कर रहे हैं। 6099 मानव दिवस के लिए आधा दर्जन मजदूर लगाने से प्रवासी मजदूर सहित अन्य जॉब कार्ड धारक मजदूर काम ना मिलने से घर बैठने को मजबूर हैं। क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी सहित जिला उद्यान अधिकारी से जांच कराकर प्रवासी मजदूरों और एवं मनरेगा जॉब कार्ड धारकों को काम दिलाने की आवाज लगाई है।
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