प्रदेश में अब तक 1640 ट्रेन से 22.14 लाख से अधिक लोग आए
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि लाक डाउन में देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण के राज्यों से भी हम अपने कामगारों/श्रमिकों को प्रदेश में लाने में सफल हुए हैं। प्रदेश में अब तक 1640 ट्रेन से 22.14 लाख से अधिक लोगों को प्रदेश में लाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 278 ट्रेन से 3,56,650 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। उन्होंने बताया कि आगरा में 12, कानपुर में 17, लखनऊ में 126 ट्रेन, जौनपुर में 139, बरेली में 12, बलिया में 71, प्रयागराज में 64, प्रतापगढ़ में 75, रायबरेली में 22, वाराणसी में 123, अमेठी में 17, मऊ में 49, कन्नौज में 3, गाजीपुर में 33, बांदा में 21, सुल्तानपुर में 28, लखीमपुर खीरी में 1, हरदोई में 20, आजमगढ़ में 45, अयोध्या में 37, बाराबंकी में 12, सोनभद्र में 4, गोण्डा में 71, अम्बेडकरनगर में 25, सीतापुर में 13, फतेहपुर में 9, उन्नाव में 28, बस्ती में 89 ट्रेन, फर्रूखाबाद में 2, कासगंज में 9, चंदौली में 17, मानिकपुर (चित्रकूट) में 1, एटा में 1, जालौन में 2, इटावा मेें 1, रामपुर में 1 शाहजहांपुर में 1, अलीगढ़ में 6, मिर्जापुर में 11, देवरिया में 104, सहारनपुर में 4, चित्रकूट में 3, बलरामपुर में 19, झांसी में 5, कौशांबी में 1 ट्रेन, पीलीभीत में 1, भदोही में 4, मुजफ्फरनगर में 1, महाराजगंज में 1 एवं महोबा में 1, ट्रेन आ चुकी हैं। मुरादाबाद, मेरठ, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, में भी ट्रेन आ रही हैं। श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 548 ट्रेन से 7,98,089 लोग, महाराष्ट्र से 428 ट्रेन पंजाब से 235 ट्रेन कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 25, कर्नाटक से 57, केरल से 19, आन्ध्र प्रदेश से 14, तमिलनाडु से 40, मध्य प्रदेश से 4, राजस्थान से 39, गोवा से 17, दिल्ली से 103, छत्तीसगढ़ से 1, पश्चिम बंगाल से 4, उड़ीसा से 1 ट्रेन, त्रिपुरा से 1 हिमाचल प्रदेश से 4 ट्रेन, असम से 1 उत्तराखण्ड से 4, जम्मू-कश्मीर से 2 तथा उत्तर प्रदेश से 93 ट्रेन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कामगारों/श्रमिकों को पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों के प्रदेश के 12 हजार ईंट-भट्ठों पर कार्यरत श्रमिकों को जो अपने-अपने राज्य जाना चाहते हैं उनके लिए 200 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेजा गया है।
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