अयोध्या में त्रेता युग जैसा नजारा
लखनऊ अयोध्या में इस साल दीपावली का महोत्सव और भी विशेष होने जा रहा है। आठवें दीपोत्सव में पहली बार 25 लाख दीप जलाए जाएंगे जो अयोध्या की संपूर्ण नगरी को अद्भुत प्रकाश से जगमगा देंगे। अवध विश्वविद्यालय के 30,000 से अधिक वॉलंटियर्स और अयोध्या में साधु-संतों के साथ आने वाले श्रद्धालु इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने के लिए बेहद उत्साहित हैं।इस बार दीपोत्सव का आयोजन विशेष इसलिए भी है क्योंकि भगवान राम की मूर्ति अब 500 वर्षों के बाद अपने मंदिर में विराजमान हो चुकी है। इस भव्य आयोजन के अंतर्गत सरयू नदी की जलधारा में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा। दीपों से सजी इस अद्भुत नगरी में आतिशबाजी के जरिए भगवान राम की कथा को प्रदर्शित किया जाएगा और लेजर शो के माध्यम से उनकी जीवन गाथा को भी दिखाया जाएगा।अयोध्या के साधु-संतों का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से अयोध्या का दीपोत्सव एक भव्य आयोजन में बदल चुका है। साल 2017 में एक लाख दीपों से प्रारंभ हुए इस उत्सव ने धीरे-धीरे वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं। और इस बार 25 लाख दीपों के साथ एक नया कीर्तिमान स्थापित होने जा रहा है। साधु-संतों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि यह उनकी दूरदृष्टि और समर्पण का ही परिणाम है कि अयोध्या का नाम अब विश्व के मानचित्र पर है और यहां की परंपरा और संस्कृति को एक नया आयाम मिला है।इस दीपोत्सव में सरयू नदी पर महाआरती का आयोजन भी होगा। जिसमें साधु-संत भाग लेकर विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे। इसके अलावा 30 अक्टूबर को भगवान राम माता सीता और लक्ष्मण जी के साथ पुष्पक विमान से अयोध्या पहुंचेंगे। जो इस दीपोत्सव का मुख्य आकर्षण होगा।
कोई टिप्पणी नहीं