कुड़वार विद्युत उपकेंद्र जर्जर संसाधनों से चलाया जा रहा है, आए दिन फीडर खराब होने की शिकायत लोगों को मिलता है
सुलतानपुर जर्जर संशाधनों से कुड़वार विद्युत उपकेन्द्र चलाया जा रहा है। नतीजा आए दिन फीडर खराब होने की शिकायत लोगों को मिलती रहती है। 33/11K V विद्युत उपकेन्द्र कुड़वार का शिलान्यास तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी के सांसद डीबी राय की अध्यक्षता व विधायक सूर्यभान सिंह की उपस्थिति में ऊर्जा राज्य मंत्री लल्लू सिंह चौहान ने 23 जनवरी 1999 को किया था। उपकेन्द्र 5 फीडर का बनाया गया था लेकिन उस समय 2 ही फीडर चालू कर आनन-फानन में शिलान्यास करा दिया गया।
उपकेन्द्र पर पांच फीडर कुड़वार,सरैयामाफी,राजापुर,भण्डरा व बहुबरा बनाए गए हैं। 5 फीडरों से लगभग 500 गावों के लाखों की आबादी लाभान्वित होती है।कुड़वार,सरैयामाफी और भण्डरा फीडर की मशीन पूरी तरह जर्जर हो चुकी है जो आए दिन खराब रहती है। इसे बदले जाने की आवश्यकता है। मंगलवार को लगभग तीस घंटे से गायब बिजली के आने के बाद भी लाइन चलने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। उपभोक्ताओं के आक्रोश को देखते हुए एसडीओ प्रशान्त शेखर श्रीवास्तव व जेई संजीव कुमार यादव रात दस बजे उपकेन्द्र पहुंचकर किसी तरह से चार फीडर पर लाइन बहाल कराई। सरैया माफी फीडर रात में नहीं चल सका।क्षेत्र में दौडाए गए तार काफी जर्जर हो चुके। बजाज कम्पनी द्वारा दो पेयर की लगायी गयी केबल कई जगह जर्जर हो गयी हैं। इसके अलावा पुराने नंगे तार भी जर्जर हो चुके हैं। जिससे आए दिन क्षेत्र में फाल्ट बना रहता है।
ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता
उपकेन्द्र पर लगाया गया ट्रांसफार्मर 5 MBA का है। क्षेत्र में अधिक लोड के चलते इसे 10 MBA करने की आवश्यकता है।जिसके लिए विभाग द्वारा लिखा पढ़ी की गई है।शीघ्र बदले जाने की संभावना है।जिससे लोगों को लो वोल्टेज से छुटकारा मिलेगा।
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