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अतिक्रमण हटाने के दौरान अफसरों के सामने जिंदा जलीं मां-बेटी,12 लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज

 


कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी जिंदा जल गए। प्रशासन सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने गया था। इससे जुड़ा 2.30 मिनट का वीडियो भी सामने आया है।

वीडियो में दिख रहा है कि अतिक्रमण हटाने के दौरान महिला चिल्लाते हुए दौड़कर झोपड़ी में जाती है और दरवाजा बंद कर देती है।पुलिस भी दौड़कर वहां पहुंचती है और दरवाजा तोड़ देती है। इसी बीच झोपड़ी में आग लग जाती है। लोग आग-आग चिल्लाने लगते हैं। पुलिस आग बुझाने के लिए बुलडोजर मंगाती है और झोपड़ी गिरवा देती है। परिवार का आरोप है कि दबंगों के साथ मिलकर अफसरों ने हमारी झोपड़ी में आग लगा दी।

आग लगते ही उपजिलाधिकारी और पुलिस को ग्रामीणों ने दौड़ा लिया। सभी ने भागकर अपनी जान बचाई। वहीं मामले की जानकारी मिलते ही कानपुर के कमिश्नर राज शेखर,जिलाधिकारी नेहा जैन, ADG आलोक कुमार समेत अन्य अफसर भी मौके पर पहुंचे हैं। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है।कानपुर कमिश्नर राज शेखर ने कहा हम लोग पीड़ित के लगाए आरोपों की जांच कर रहे हैं। इस मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे।

उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। जो भी दोषी होगा छोड़ा नहीं जाएगा।ADG आलोक कुमार जांच कर रहे हैं। परिवार के लोग जिनके खिलाफ भी तहरीर देंगे जांच कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। बाद में गुस्साए लोगों ने एसडीएम, रुरा इंस्पेक्टर, तहसीलदार व लेखपाल समेत गांव के 10 लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज किए जाने की मांग करते हुए शवों को नहीं उठने दिया। देर रात तक मंडलायुक्त और आईजी,जिलाधिकारी लोगों को समझाने में जुटे रहे।

सोमवार को जनसुवाई में जिलाधिकारी नेहा जैन से मड़ौली गांव के कुछ लोगों ने ग्राम समाज की भूमि पर गांव के ही कृष्ण गोपाल दीक्षित उर्फ राघव का कब्जा होने की शिकायत की। इस पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए। दोपहर तीन बजे उपजिलाधिकारी मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद, लेखपाल अशोक, राजस्व व रुरा इंस्पेक्टर के साथ मौके पर पहुंचे।  राजस्व विभाग की टीम ने बुलडोजर से कब्जा हटना शुरू किया। तभी अचानक वहां बनी कृष्ण गोपाल की झोपड़ी में आग लग गई। घर में मौजूद कृ्ष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला (54) और बेटी शिवा (22) लपटों के बीच फंस गईं। उन्हें बचाने दौड़े कृष्ण गोपाल व रुरा इंस्पेक्टर दिनेश गौतम झुलस गए। इस बीच मां-बेटी के जिंदा जलने से गुस्साए परिवार व गांव के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। लेखपाल अशोक सिंह पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। कब्जा हटाने पहुंची टीम के अन्य लोगों ने अपने वाहनों को वहीं छोड़कर मौके से भागकर जान बचाई। इसके बाद लोगों ने एसडीएम मैथा, तहसीलदार लेखपाल व गांव के 10 लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज किए जाने की मांग शुरू कर दी। पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।आयुक्त डॉ. राज शेखर ने कहा कि घटना में एफआईआर दर्ज़ कर ली गई है। हम आरोपी को पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं। लेखपाल व एसडीएम को निलंबित किया है। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि अधिकारियों से बात की है, किसी भी दोषी को हम बख्शेंगे नहीं। प्रशासनिक अधिकारी हों या पुलिस के अधिकारी हों, कानपुर में झुग्गी झोपड़ी पर जाकर जिन लोगों ने ऐसा काम किया है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। जांच कमेटी की रिपोर्ट आज मिल जाएगी।

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