सुल्तानपुर में तिरंगा लेकर निकले शिया समुदाय के लोग, सऊदी हुकूमत के खिलाफ जमकर किया नारेबाजी
सुलतानपुर जिले में हुसैनी शिया वेलफेयर सोसाईटी की ओर से सऊदी अरब हुकूमत के विरोध में जन्नतुल बकी के कब्रिस्तान मदीने में रसूल इस्लाम की एकलौती बेटी जनाबे फातिमा जहरा स.अ और इमामों के रौजौं को ध्वस्त किए जाने के विरोध में एक विशाल विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमें ओलामा, खोतबा, जाकरीन के अलावा सैकड़ों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।मौलाना जाफर खान ने कहा कि आज से लगभग 97 वर्ष पूर्व सऊदी अरब के शासक ने जन्नतुल बकी में मोहम्मद साहब के खानदान वालों और उनकी बेटी के रौजो को ध्वस्त कर दिया था।उन्होंने कहा कि बहुत अफसोस की बात है कि सऊदी हुकूमत जिस रसूल का कलमा पड़ती है उसकी बेटी की कब्र पर आज तक कोई साया नहीं है।मौलाना ने यह भी कहा कि बड़े शर्म की बात है कि सऊदी शासक अपने बड़े-बड़े महलों में रह रहे हैं लेकिन जिनका वह कलमा पढ़ते हैं उनकी बेटी की कब्र खुले आसमान के नीचे है। मौलाना ने सऊदी हुकूमत से मांग की कि या जन्नतुल बकी मदीने में निर्माण कराए या हमको इजाजत दे कि हम वहां जाकर मजारों का पुनर्निर्माण करें। मौलाना ने भारत के प्रधानमंत्री से भी अपील की है कि अपने प्रभुत्व का इस्तेमाल करके सऊदी सरकार पर दबाव बनाएं कि वह शिया समुदाय पर होने वाले अत्याचार को बंद करें। मौलाना जाफर ने अपने भाषण में कहा कि इस्लाम धर्म किसी पर जोर जबदस्ती नहीं करता। सऊदी अरब मुसलमानों पर जबरदस्ती करके अपना मत दूसरे मुसलमानों पर लादना चाहती है। यह इस्लाम धर्म के उपदेशों के खिलाफ है । प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। इस मौके पर मौलाना मुशीर अब्बास, मौलाना आसिफ नकवी, मौलाना जीशान खान, हैदर अब्बास खान, मुन्ने हसन खां, सकलैन खान आदि मौजूद रहे।
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