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एक बैंक से लोन लेकर दूसरे बैंक के खाता से लेन-देन अब नहीं चलेगा


लखनऊ।लोन लेकर दूसरे बैंक के चालू खाता से लेन-देन करने वाली फर्मो, संस्थाओं व व्यापारियों के कार्य पद्वति पर शिकंजा कसने की कवायद आरबीआई के निर्देश पर बैंको ने शुरु की है। आरबीआई ने पहले चरण मे 13 हजार खाताधारकों की सूची बैंकों को भेजी है। आरबीआई के निर्देश पर विभिन्न बैंकों की शाखाओं ने अपने 12 हजार से अधिक चालू खाताधारकों को नोटिस भेजकर कहा है कि जिस बैंक से सीसी या ओडी  की सुविधा ली है। उसी बैंक से लेन-देन करना सुनिश्चित करें। बैंको ने इन सभी से 15 दिन में जवाब मांगा है। अन्यथा की स्थिति में खाता बंद करने की चेतावनी भी दी है। इस नोटिस सें व्यापारियों में हड़कंप मचा है। वे दूसरे बैंकों के चालू खाते को बंद करा रहे है।सेण्ट्रल बैंक क्षेत्रीय प्रबन्धक  कहते कि बहुत से व्यापारी एक बैंक से लोन लेकर दूसरे बैंक में चालू खाता चला रहे थे। इससे सीसी या ओडी  खाते में एक रुपया भी जमा नहीं होने से ये खाते एनपीए हो जा रहे थे। इस तरह बढ़ते एनपीए पर रोक लगाने के लिए आरबीआई ने सभी बैंकों को दिशा-निर्देश भेजकर कहा है कि ऐसे गलत खाताधारकों की इस कार्य प्रणाली पर रोक लग सके। ताकि सीसी या ओडी की सुविधा लेने वाले खाताधारक लोन देने वाले बैंक से ही लेन-देन करने को विवश हो। बैंक सूत्रो के मुताबिक रिजर्ब बैंक ने जनपद के सभी बैंकों के जिम्मेदारों को इस तरह के 13 खाताधारकों की सूची भेजी है। यह ऐसे खाताधारक है जो सीसी या ओडी की सुविधा एक बैंक से लेकर चालू खाते का संचालन दूसरे बैंको से कर रहे है। आरबीआई के निर्देश पर एसबीआई, यूनियन, सेण्ट्रल व पीएनबी ने अपने 12 हजार से अधिक चालू खाताधारकों को नोटिस भेजकर 15 दिन में जवाब मांगा है।आरबीआई ने अपने गाइड लाइन में कहा है कि ऐसे व्यापारियों व फर्मो व संस्थाओं के चालू खाते न खोले जो दूसरे बैंको से लोन लिए हो। इसके लिए उनका सिविल स्कोर की जांच कर लें। यदि सबकुछ ठीक मिले तो ही उनका चालू खाता खोले। डिफाल्टरों का चालू खाता कदापि नहीं खोले। बैंको का कहना है कि आरबीआई के दिशा-निर्देशों का पूर्णतया पालन किया जा रहा है। आरबीआई ने कहा है कि 31 मार्च तक ऐसे खाताधारकों के चालू खाते बंद होने चाहिए जिन्होने किसी दूसरे बैंक से लोन लिया है। नया चालू खाता खोलने की भी गाइड लाइन जारी कर कहा है कि खाता खोलने से पहले सम्बन्धित के सिविल स्कोर की जांच की जाए।आरबीआई से आई सूची के मुताबिक विभिन्न शाखाओं के चालू खाताधारकों को नोटिस भेजी जा रही है। नोटिस मिलने के बाद खाताधारक अपने एकाउंट बंद भी कर रहे है। आरबीआई के निर्देश पर एक बैंक से लोन, दूसरे बैंक से लेन-देन करने वाले खाताधारकों पर अंकुश लगेगा।

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