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वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का किया शुभारम्भ प्रभारी मंत्री ने


सुलतानपुर। मंत्री चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा शिशु कल्याण विभाग, उ0प्र0/जनपद प्रभारी मंत्री  जय प्रताप सिंह ने केएनआईटी परिसर में पंचवटी के वृक्ष बरगद का पेड़ लगाकर शुभारम्भ किया गया। तत्पश्चात हरिशंकरी (पीपल, पाकड़, बरगद) का पौध रोपित किया गया। उन्होंने प्रभागीय वनाधिकारी से वृक्षों के गुण एवं महत्व के विषय में जानकारी प्राप्त की मंत्री के साथ-साथ विधायक सुलतानपुर सूर्यभान सिंह द्वारा पीपल, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ0 आर0ए0 वर्मा द्वारा मौलश्री, जिलाधिकारी सी0 इन्दुमती द्वारा आम, निदेशक केएनआईटी जे0पी0 पाण्डेय द्वारा महुआ, मुख्य विकास अधिकारी द्वारा नीम, एएसपी द्वारा मौलश्री, जिला विकास अधिकारी द्वारा मौलश्री, उप निदेशक कृषि द्वारा मौलश्री, जिला सूचना अधिकारी द्वारा शीशम, डीसी मनरेगा द्वारा आम का पौध रोपित कर कार्यक्रम को वृहद आकार दिया गया। इस प्रकार आज केएनआईटी परिसर में कुल 986 वृक्ष रोपित किये गये। वृक्षारोपण के पश्चात मंत्री की अध्यक्षता में केएनआईटी परिसर में बैठक की गयी। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में कुल 3233750 पौध रोपित करने का लक्ष्य है, जिसे वन विभाग सहित 23 अन्य विभाग मिलकर पूर्ण कर रहे हैं। आज सुबह 6 बजे से प्रत्येक ग्राम पंचायत में पौध रोपण कार्यक्रम संचालित है। हमनें प्रत्येक ग्राम पंचायत में कम से कम 1000 पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा है। वन विभाग के अतिरिक्त स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा सीड बाल के माध्यम से पौधे तैयार किए गए हैं जिन्हें उचित मूल्य पर क्रय रोपित किया जा रहा है। इस प्रकार महिलाओं द्वारा नर्सरी तैयार करने से उनके रोजगार एवं आय में वृद्धि हुई है। जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में अवगत कराया कि मिशन 1000 के तहत जनपद में 1000 तालाबों की खुदाई करायी गई है और तालाबों के किनारों पर छायादार एवं फलदार वृक्ष रोपित किए जा रहे हैं, जिससे समुदाय को आर्थिक लाभ होगा तथा साथ ही तालाबों का सुन्दरीकरण कराकर उसे पिकनिक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।  तालाबों के किनारों पर वृक्षारोपण द्वार भूमि को मृदा अपरदन से संरक्षित किया जा सकेगा तथा भू - जल स्तर को संरक्षित करने में मदद मिलेगी  इसके अतिरिक्त गौशालाओं के किनारों पर पौधरोपण कर प्राकृतिक चहारदीवारी तैयार कराई जा रही है। साथ ही साथ जन मानस में वृक्षारोपण के लाभ एवं उसकी महत्ता के बारे में जागरूक किया जा रहा है।  मंत्री ने जिलाधिकारी द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए अवगत कराया कि प्रदेश का विभाजन होने से उत्तर प्रदेश का अधिकांश वन क्षेत्र उत्तराखंड में चले जाने के कारण उत्तर प्रदेश के सामने वन क्षेत्र विस्तार की चुनौती थी, जिसे वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम संचालित कर प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं। वृक्षारोपण से वातावरण के साथ - साथ आत्मा का शुद्धिकरण होता है। कार्यक्रम के अन्त में जिलाधिकारी द्वारा प्रतीक स्वरूप मौलश्री रोपित गमला देकर  मंत्री  को सम्मानित किया गया। प्रभागीय वनाधिकारी आनंदेश्वर प्रसाद द्वारा कार्यक्रम की सफलता पर आभार एवम् धन्यवाद व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन उप प्रभागीय वनाधिकारी ए०के० शुक्ला द्वारा किया गया।  इस अवसर पर  वरिष्ठ जनपदीय अधिकारियों के साथ - साथ भाजपा पदाधिकारी एवं काफी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।

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