विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ.प्र. शासन के तत्वाधान में जिला विज्ञान क्लब द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया
सुल्तानपुर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ.प्र. शासन के तत्वाधान में जिला विज्ञान क्लब सुल्तानपुर द्वारा नवप्रवर्तकों को सबल बनाने हेतु जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी की सहमति और आदेश के अनुपालन में 29 नवम्बर को किया गया। प्रदर्शनी का प्रारंभ मुख्य अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक रवि शंकर और विशिष्ट अतिथि सह जिला विद्यालय निरीक्षक जटा शंकर यादव ने सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन और पुष्पार्चन कर किया। उक्त प्रदर्शनी में ग्रामीण अंचल से आए हुए असंगठित क्षेत्रों के 100 से अधिक कृषक, मजदूर और श्रमिकों ने अपने नव प्रवर्तन का प्रस्तुतीकरण किया।
मुख्य अतिथि रवि शंकर ने नव प्रवर्तकों को संबोधित करते हुए बताया कि असंगठित क्षेत्र में नवाचार से भारत की अर्थ व्यवस्था को बल मिलेगा तथा हमारे कृषक, मजदूर और श्रमिकों को आत्मनिर्भरता मिलेगी। विशिष्ठ अतिथि जटा शंकर ने प्राकृतिक खेती और स्वदेशी तकनीकी द्वारा कार्य को संपादन करने की विधियों को रेखांकित किया। तकनीकी विशेषज्ञ डॉ. ए.के. सिंह ने नवप्रवर्तन के महत्व और आवश्यकता को विस्तार से बताया तथा प्रदर्शनी में सम्मिलित नवप्रवर्तनों को सराहा। प्रतियोगिता में प्रथम राजेंद्र प्रसाद सिंह, द्वितीय ननकऊ पाल, तृतीय पुरस्कार अमित कुमार सिंह ने प्राप्त किया। दिलीप वर्मा, शिव शंकर पटेल, पूर्णमासी, दया शंकर मिश्र और राम कुश विश्वकर्मा ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। खेतों की गुढाई की घरेलू मशीन, फसलों बुवाई की ऑटोमेटिक मशीन, मूंगफली छीलने की मशीन, सोलर विधि के फसल सुरक्षा तथा नील गाय से सुरक्षा के मशीन आदि ने दर्शकों की वाहवाही लूटी। प्रथम पुरस्कार 8000, द्वितीय पुरस्कार 5000, तृतीय पुरस्कार 3000, तथा 2000 रुपए के 05 सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किया गए। साथ ही पेटेंट के लिए चुने गए नवप्रवर्तन को 15000 रुपए का सहयोग प्रदान के लिए प्रस्ताव किया गया। जिला समन्वयक शैलेन्द्र चतुर्वेदी ने कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आमजन को नवप्रवर्तन के प्रति जागरुक करना बताया, जिससे अधिक से अधिक लोग नवप्रवर्तन गतिविधियों के महत्व को जान सके। कमला नेहरू कृषि विज्ञान केंद्र सुल्तानपुर के विशेषज्ञ डॉ ए.के. सिंह, डॉ अतुल सिंह, डॉ सी.के. त्रिपाठी और कौशल मिश्र आदि उपस्थिति रहे। जिला विज्ञान क्लब सुल्तानपुर के सह जिला समन्वयक राधे श्याम पाण्डेय ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन जिला समन्वयक शैलेन्द्र चतुर्वेदी ने किया।
मुख्य अतिथि रवि शंकर ने नव प्रवर्तकों को संबोधित करते हुए बताया कि असंगठित क्षेत्र में नवाचार से भारत की अर्थ व्यवस्था को बल मिलेगा तथा हमारे कृषक, मजदूर और श्रमिकों को आत्मनिर्भरता मिलेगी। विशिष्ठ अतिथि जटा शंकर ने प्राकृतिक खेती और स्वदेशी तकनीकी द्वारा कार्य को संपादन करने की विधियों को रेखांकित किया। तकनीकी विशेषज्ञ डॉ. ए.के. सिंह ने नवप्रवर्तन के महत्व और आवश्यकता को विस्तार से बताया तथा प्रदर्शनी में सम्मिलित नवप्रवर्तनों को सराहा। प्रतियोगिता में प्रथम राजेंद्र प्रसाद सिंह, द्वितीय ननकऊ पाल, तृतीय पुरस्कार अमित कुमार सिंह ने प्राप्त किया। दिलीप वर्मा, शिव शंकर पटेल, पूर्णमासी, दया शंकर मिश्र और राम कुश विश्वकर्मा ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। खेतों की गुढाई की घरेलू मशीन, फसलों बुवाई की ऑटोमेटिक मशीन, मूंगफली छीलने की मशीन, सोलर विधि के फसल सुरक्षा तथा नील गाय से सुरक्षा के मशीन आदि ने दर्शकों की वाहवाही लूटी। प्रथम पुरस्कार 8000, द्वितीय पुरस्कार 5000, तृतीय पुरस्कार 3000, तथा 2000 रुपए के 05 सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किया गए। साथ ही पेटेंट के लिए चुने गए नवप्रवर्तन को 15000 रुपए का सहयोग प्रदान के लिए प्रस्ताव किया गया। जिला समन्वयक शैलेन्द्र चतुर्वेदी ने कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आमजन को नवप्रवर्तन के प्रति जागरुक करना बताया, जिससे अधिक से अधिक लोग नवप्रवर्तन गतिविधियों के महत्व को जान सके। कमला नेहरू कृषि विज्ञान केंद्र सुल्तानपुर के विशेषज्ञ डॉ ए.के. सिंह, डॉ अतुल सिंह, डॉ सी.के. त्रिपाठी और कौशल मिश्र आदि उपस्थिति रहे। जिला विज्ञान क्लब सुल्तानपुर के सह जिला समन्वयक राधे श्याम पाण्डेय ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन जिला समन्वयक शैलेन्द्र चतुर्वेदी ने किया।
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