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हजारों किसानों ने लाखों में बेचा गेहूं और धान; साल भर तक सरकार रेट पर लेते रहे राशन, शासन ने पकड़ा तो शुरु हुई रिकवरी की कार्रवाई


उत्तर प्रदेश के अमेठी में बड़ा मामला सामनें आया है। यहां 998 कार्डधारक किसान पकड़े गए हैं जिन्होंने पिछले एक साल में सरकारी क्रय केंद्रों पर 44 करोड़ 27 लाख 9 हजार 851 रुपये 73 पैसे का धान-गेहूं बेचा है।हैरान करने वाली बात तो ये है कि इन किसानों ने अंत्योदय कार्डधार बनकर दो रुपये प्रति किलोग्राम गेहूं व तीन रुपये प्रति किलोग्राम चावल खरीदा है। शासन ने पोर्टल के माध्यम से अब इस धांधली को पकड़कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।उल्लेखनीय है कि जिले में अंत्योदय कार्डधारकों की संख्या 2,82,234 और पात्र गृहस्थी कार्डधारकों की संख्या 70,378 है। शासन ने इनमें से जिले के ऐसे 998 कार्डधारकों को चिह्नित किया है जिन्होंने पिछले एक वर्ष में सरकारी क्रय केंद्रों पर कई-कई लाख रुपये का धान-गेहूं बेचा है। ऐसे कार्डधारकों की ब्लॉक वार संख्या पर नजर डालें तो जामो ब्लॉक में सर्वाधिक 216 व संग्रामपुर ब्लॉक में सबसे कम दो लोग हैं। अमेठी में 13, बहादुरपुर में 140, भादर में 11, भेटुआ में 44, गौरीगंज में 165, जगदीशपुर में 62 जायस नगर पालिका परिषद क्षेत्र में 15, मुसाफिरखाना में 57, शाहगढ़ में 42, शुकुल बाजार में 23, सिंहपुर में 116 व तिलोई में 92 लोग हैं।जिन 998 किसानों को सरकारी क्रय केंद्रों पर धान-गेहूं बेचते पकड़ा गया है उनमें 86 लोग अंत्योदय कार्डधारक हैं। 912 पात्र गृहस्थी कार्डधारक। इन कार्डधारकों ने पिछले वर्ष खरीफ व इस वर्ष रबी को मिलाकर तीन से 13 लाख रुपये का गेहूं-धान सरकारी क्रय केंद्रों पर बेचकर अपने बैंक खाते में भुगतान लिया। डीएसओ संजय कुमार ने बताया कि पूर्ति निरीक्षकों की रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। जिन कार्डधारकों के राशन कार्ड निरस्त होंगे उनसे अब तक लिए गए समस्त राशन की सरकार द्वारा निर्धारित दर पर रिकवरी होगी। फिलहाल कार्डधारकों द्वारा लिए गए गेहूं की रिकवरी 24.5 रुपये प्रति किलोग्राम तो चावल की 32 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से होगी।

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