नई दिल्ली।रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वैक्सीन को लेकर मंगलवार को ऐलान किया। मगर रूस के इस दावे को दुनिया संदेह भरी निगाहों से देख रही है। क्योंकि इस वैक्सीन के तीसरे फेज का ट्रायल अभी पूरा नहीं हुआ है, और अब तक दूसरे फेज के परिणाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। इसलिए भी दुनियाभर में इस पर सवाल उठ रहे हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार 11 अगस्त को घोषणा की कि उनके देश ने कोरोना वायरस के खिलाफ पहला टीका विकसित कर लिया है जो कोविड-19 से निपटने में 'बहुत प्रभावी' ढंग से काम करता है और 'एक स्थायी रोग प्रतिरोधक क्षमता' का निर्माण करता है। इसके साथ ही उन्होंने खुलासा किया कि उनकी बेटियों में से एक को यह टीका पहले ही दिया जा चुका है।यह वैक्सीन गामालेया शोध संस्थान और रूस के रक्षा मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में तैयार हुई है। वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल पूरा हुए बिना आम नागरिकों पर इस्तेमाल की इसकी मंजूरी दे दी गई है, इस वजह से भी इसकी सुरक्षा और असर को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों का मानना है कि जिस तरह से वैक्सीन के ट्रायल की प्रक्रिया है, रूस उसके पूरी होने के पहले ही वैक्सीन की सटीकता का दावा कर रहा है जो गलत है। पिछले सप्ताह जहां डब्लूएचओ ने रूस की कोरोना वैक्सीन की जल्दबाजी को लेकर आगाह किया था, वहीं अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञ एंथोनी फॉसी ने वैक्सीन को लेकर रूस और चीन दोनों के ऊपर सही प्रक्रिया का पालन करने पर संदेह जताया है।न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, वैक्सीन के सेकेंड फेज का ट्रायल 13 जुलाई को शुरू हुआ और 3 अगस्त को ही रूसी मीडिया ने खबर दी कि गामालेया शोध संस्थान ने वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल पूरा कर लिया है। हाालंकि, इन रिपोर्ट्स में यह स्पष्ट नहीं किया गया था कि क्या केवल दूसरा चरण पूरा हुआ है या तीनों चरण पूरे किए हैं। दूसरे चरण में ही कुछ महीनों का समय लग जाता है। इसमें भी खास बात यह भी है कि रूस ने पहले संकेत दिए थे कि नियामक से अनुमति मिलने के बाद ही मानवीय परीक्षण का तीसरा चरण पूरा किया जाएगा। इस चरण में हजारों लोगों पर परीक्षण किया जाता है।कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को कहा, "अगर लोग 'भाग्यशाली' रहे तो रूस का टीका प्रभावी साबित होगा." CCMB निदेशक राकेश के मिश्रा ने रूस के टीके के प्रभावी और सुरक्षित होने के दावे पर टिप्पणी करने को मुश्किल बताया. गौरतलब है कि उनका बयान ऐसे समय में आया है जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को दुनिया को चौंका दिया था. उन्होंने कहा था कि कोविड-19 के खिलाफ रूस ने टीके का विकास कर लिया है और बीमारी से निपटने में ‘बहुत प्रभावी ढंग से’ टीका काम करता है.
रूस की कोरोना वैक्सीन पर क्यों उठ रहे हैं सवाल
Reviewed by सुल्तानपुर टाइम्स
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8/12/2020 04:59:00 pm
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