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जनपद प्रभारी मंत्री द्वारा जिला योजना समिति की बैठक में 3 अरब 1 करोड़ 24 लाख रूपये का किया गया अनुमोदन


वित्तीय वर्ष 2019-20 में जनपद का सर्वांगीण विकास के साथ-साथ जन कल्याणकारी योजनाएं पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे
सुलतानपुर /मा0 मंत्री, आबकारी एवं मद्य निषेध, उ0प्र0 सरकार/जनपद प्रभारी मंत्री श्री जय प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला योजना वर्ष 2019-20 के लिये विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तावित परिव्यय पर जिला योजना समिति द्वारा कुल 3 अरब 1 करोड़ 24 लाख रूपये अनुमोदित किया गया, जिसमें पुर्नगठित केन्द्र पुरोनिधानित योजनाओं का केन्द्रांश रूपये 1 अरब 85 करोड़ 48 लाख 80 हजार है तथा कुल प्रस्तावित परिव्यय में रूपये 64 करोड़ 73 लाख 39 हजार स्पेशल कम्पोनेन्ट प्लान के अन्तर्गत अनुमोदित किया गया, जिससे जनपद का सर्वांगीण विकास किये जाने तथा जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाये जायेंगे।
मा0 मंत्री, आबकारी एवं मद्य निषेध, उ0प्र0 सरकार/जनपद प्रभारी मंत्री श्री जय प्रताप सिंह ने बैठक में कहा कि समिति के सभी सदस्यों के सुझाव लेकर जिला योजना को मजबूत करना और आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि जिला योजना में पिछले कई वर्षों से धनराशि अवमुक्त कराने में विभागीय कठिनाई आयी है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में जिला योजनान्तर्गत शासन द्वारा जनपद के कुल परिव्यय रूपये 3 अरब 1 करोड़ 24 लाख निर्धारित किया गया है। जनपद की जिला विकास योजना विभिन्न विभागों द्वारा तैयार करने के उपरान्त कुल परिव्यय 3 अरब 1 करोड़ 24 लाख इस बार शासन के निर्देशानुसार पूरी धनराशि अवमुक्त करायी जायेगी और जनपद का सर्वांगीण विकास के साथ-साथ जन कल्याणकारी योजनाओं को  पात्र व्यक्तियों तक सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जायेगा। बैठक में जन प्रतिनिधियों द्वारा क्षेत्रीय समस्याओं को अध्यक्ष के समक्ष सदन में रखा गया, जिस पर विचार-विमर्श कर क्षेत्रीय समस्याओं के निदान जनपद प्रभारी मंत्री द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों को दिये गये।  उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी जन प्रतिनिधियों को अपने विभाग के कार्यों से अवश्य अवगत करायें।
बैठक में जनपद प्रभारी मंत्री को जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी द्वारा बताया गया कि पिछले वर्ष 2018-19 में विभिन्न विभागों को जिला योजना के अन्तर्गत कुल रूपये 03 अरब 09 करोड़ 55 लाख की धनराशि का परिव्यय आवंटित किया गया है, जिसके सापेक्ष रूपये 02 अरब 03 करोड़ 36 लाख 98 हजार की धनराशि विभिन्न विभागों की अवमुक्त हुई है का शत-प्रतिशत व्यय विभिन्न विभागों द्वारा किया जा चुका है। प्रभारी मंत्री द्वारा गत वर्ष की जिला योजनान्तर्गत सम्बन्धित विभागों से कराये गये कार्यों एवं योजनाओं तथा जन कल्याणकारी कार्यक्रमों की भी गहन समीक्षा की गयी। बैठक में जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 हेतु जिला योजना में कृषि विभाग द्वारा रूपये 20 लाख का प्रस्तावित परिव्यय रखा गया है। इसी प्रकार गन्ना विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत रूपये 09 लाख 85 हजार, लघु सीमान्त कृषकों को आर्थिक सहायता हेतु 06 करोड़ 20 लाख का परिव्यय 06 हजार कृषकों को निःशुल्क बोरिंग पर व्यय किया जायेगा, जबकि पशु पालन को रूपये 03 करोड़ 55 लाख 22 हजार, दुग्ध विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत रूपये 06 करोड़ 01 लाख 74 हजार, सहकारिता कार्यक्रम के लिये रूपये 65 लाख, वन विभाग को वृक्षा रोपड़, भूमि सुधार, वृक्षों का अनुरक्षण, ट्री गार्ड निर्माण आदि हेतु रूपये 10 करोड़ 97 लाख का परिव्यय रखा गया है, जिसकी स्वीकृति समिति द्वारा दी गयी।
जिला योजना  समिति की बैठक में ग्राम विकास के विशेष कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रस्तावित रूपये 40 करोड़ 76 लाख 07 हजार, रोजगार कार्यक्रम के अन्तर्गत 01 करोड़ 25 लाख 01 हजार, पंचायती राज कार्यक्रम के अन्तर्गत रूपये 83 करोड़ 11 लाख 52 हजार प्रस्तावित धनराशि से 1.60 किमी0 सीसी रोड तथा 1.60 किमी केसी ड्रेन निर्माण एवं बहुउद्ेदशीय पंचायत भवन निर्माण के अन्तर्गत 472 ग्राम सभाओं में पंचायत भवनों के निर्माण हेतु, निजी लघु सिंचाई कार्यक्रम में रूपये 17 करोड़ 40 लाख जनपद में 01 हजार मध्यम नलकूप, 07 ग्राउण्ड वाटर रिचार्जिंग/चेकडेम निर्माण के लिये, राजकीय लघु सिंचाई हेतु रूपये 01 करोड़ 65 लाख 41 हजार, अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत कार्यक्रम में रूपये 01 करोड़ 30 लाख 90 हजार से जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों 500 स्ट्रीट लाइट लगाये जाने के लिये, खादी एवं ग्रामोद्योग कार्यक्रम के अन्तर्गत रूपये 10 लाख, सड़क एवं पुल के लिये रूपये 24 करोड़ 86 लाख 49 हजार, पर्यावरण कार्यक्रम के लिये रूपये 05 लाख, पर्यटन हेतु रूपये 24 लाख, प्राथमिक शिक्षा हेतु रूपये 09 करोड़ 57 लाख 56 हजार, माध्यमिक शिक्षा हेतु रूपये 15 करोड़ 22 लाख 30 हजार स्वीकृत किया गया।
बैठक में जनपद प्रभारी मंत्री द्वारा एलोपैथिक कार्यक्रम हेतु रूपये 07 करोड़ 91 लाख 58 हजार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का भवन का निर्माण आदि हेतु, परिवार कल्याण के लिये रूपये 20 लाख, होमियोपैथिक कार्यक्रम के लिये रूपये 01 करोड़ 32 लाख से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में औषधालयों के निर्माण हेतु, आर्युवेद के लिये रूपये 01 करोड़ 97 लाख 10 हजार, यूनानी कार्यक्रम हेतु रूपये 77 लाख 30 हजार, ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम के लिये रूपये 28 लाख, ग्रामीण आवास कार्यक्रम के अन्तर्गत 1853 प्रधानमंत्री आवासों के निर्माण हेतु रूपये 42 करोड़ 49 लाख 44 हजार, नगर विकास हेतु रूपये 02 करोड़ 18 लाख 68 हजार, अनुसूचित जाति कल्याण कार्यक्रम के लिये रूपये 02 करोड़ 85 लाख, पिछड़ी जाति कल्याण के लिये रूपये 01 करोड़ 57 लाख 50 हजार, अल्पसंख्यक कल्याण के लिये रूपये 21 लाख 64 हजार, समाज कल्याण-सामान्य जाति कार्यक्रम के अन्तर्गत रूपये 01 करोड़ 73 लाख 25 हजार, शिल्पकार प्रशिक्षण हेतु रूपये 07 करोड़ 77 लाख, समाज कल्याण कार्यक्रम में वृद्धा/किसान पेंशन एवं राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना कार्यक्रम के लिये रूपये 03 करोड़ 22 लाख, दिव्यांगजन सशक्तीकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत 01 करोड़ 20 लाख तथा महिला कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत 01 करोड़ रूपये का अनुमोदन समिति द्वारा किया गया।
जिलाधिकारी सी0 इन्दुमती ने बैठक में जन प्रतिनिधियों द्वारा उठायी गयी क्षेत्रीय समस्याओं सहित विभिन्न बिन्दुओं के निराकरण हेतु मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी को निर्देशित किया। बैठक में अनुपस्थित पर्यटन अधिकारी का एक दिन का वेतन रोकने तथा जल  निगम के कार्यों की शिकायत को गम्भीरता से लिये जाने, पशु पालन विभाग द्वारा टीकाकरण एवं प्रचार-प्रसार कराये जाने का आश्वासन प्रभारी मंत्री को दिया। उन्होंने कहा कि जनपद में जो भी कार्य कराये जायेंगे उसमें जन प्रतिनिधियों के प्रस्ताव/सहमति अवश्य प्रदान की जायेगी।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष भाजपा जगजीत सिंह, विधायक सुलतानपुर सूर्यभान सिंह, विधायक कादीपुर राजेश गौतम, विधायक लम्भुआ देवमणि द्विवेदी, विधायक जयसिंहपुर सीताराम, विधायक इसौली अबरार, एमएलसी दिनेश चन्द्र व शैलेन्द्र प्रताप सिंह, डीएफओ, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 सीबीएन त्रिपाठी, मुख्य चिकित्साधीक्षक जिला चिकित्सालय डॉ0 वी0बी0 सिंह, जिला विकास अधिकारी डॉ0 डी0आर0 विश्वकर्मा, परियोजना निदेशक(डीआरडीए) एस0के0 द्विवेदी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 रमाशंकर सिंह, उप निदेशक कृषि शैलेन्द्र कुमार शाही, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के0के0 सिंह सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण तथा जिला योजना समिति के सदस्यगण आदि उपस्थित रहे।
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