मनरेगा का काम करने और कराने वालों के लिए बड़ी खबर
लखनऊ ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विकसित जनमनरेगा एप के माध्यम से अब मनरेगा के अंतर्गत हो रहे विकास कार्यों की जानकारी आमजन तक आसानी से पहुंचेगी।इस एप के माध्यम से कोई भी नागरिक गांवों में मनरेगा के अंतर्गत बन रही परिसंपत्तियों को देख सकेगा और फीडबैक भी दे सकेगा।जनमनरेगा एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह एप 12 भाषाओं में उपलब्ध है जिनमें हिंदी और अंग्रेजी प्रमुख हैं।इसके माध्यम से कोई भी श्रमिक मजदूर सेवाएं अनुभाग में जाकर अपना जॉब कार्ड नंबर दर्ज कर पंजीकरण कर सकता है।पंजीकरण के बाद श्रमिक अपनी उपस्थिति, कार्य दिवसों की संख्या और मानदेय भुगतान की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर सकेगा।एप को GPS से जोड़ा गया है। जिससे मनरेगा की परिसंपत्तियों का भौगोलिक विवरण भी देखा जा सकेगा। उपयोगकर्ता यह जान सकेंगे कि कहां कार्य हुआ। कितने श्रमिक लगे और कितना व्यय हुआ। यह एप मनरेगा मेट, रोजगार सेवकों तथा श्रमिकों के लिए अत्यंत उपयोगी है।जनमनरेगा एप के माध्यम से नागरिक किसी भी परिसंपत्ति पर 20 मीटर की दूरी के भीतर प्रतिक्रिया भी दे सकते हैं। एप के माध्यम से गुणवत्ता संबंधी सुझाव और शिकायतें भी दर्ज कराई जा सकती हैं। जिससे पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित हो सकेगा.मनरेगा के अंतर्गत चकमार्ग, मेड़बंदी, समतलीकरण, पौधारोपण, गोशाला निर्माण, नाली, खड़ंजा, बाउंड्री वॉल, तालाब, मनरेगा पार्क, ओपन जिम जैसे अनेक कार्य शामिल हैं। यह एप इन कार्यों की निगरानी और जनसहभागिता का सशक्त माध्यम सिद्ध होगा।मनरेगा योजना में पारदर्शिता के लिए यह ऐप विकसित किया गया है। मनरेगा योजना के अंतर्गत चकमार्ग, मेड़बंदी, समतलीकरण, पौधारोपण, गोशाला निर्माण, नाली, खड़ंजा, स्कूलों की बाउंड्री, तालाब की खोदाई, मनरेगा पार्क, ओपन जिम समेत कई कार्य शामिल हैं। ये कार्य अभी मेट और रोजगार सेवकों की देखरेख में चल रहे हैं। मनरेगा कार्यों में मिलने वाली शिकायतों पर विराम लगाने के साथ-साथ लोगों की भी एप के माध्यम से फीडबैक लिया जा सकेगा।उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस व्यवस्था से मनरेगा के कार्यों में पारदर्शिता आयेगी और विवरण भी सर्व सुलभ हो सकेंगे व जवाबदेही भी आसानी से निर्धारित हो सकेगी। उन्होंने इस ऐप का उपयोग बढ़ाये जाने की आवश्यकता पर बल दिया।आयुक्त, ग्राम्य विकास जी0एस0 प्रियदर्शी द्वारा अवगत कराया गया कि इस मोबाइल एप्लीकेशन से घर बैठे मनरेगा परिसम्पत्ति को देख सकेंगे, साथ ही नागरिक परिसम्पत्ति के जियोटैग किये गये स्थान के 20 मीटर के दायरे में परिसम्पत्तियों पर प्रतिक्रिया भी प्रदान कर सकेंगे।
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