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अब फ्री में करें IAS बनने की तैयारी

 


लखनऊ यूपीएससी परीक्षा  देश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा  है। इसमें सफल होने के लिए ज्यादातर उम्मीदवार कोचिंग का सहारा लेते हैं। हालांकि छोटे शहरों गांवों में रहने वाले या आर्थिक तौर पर कमजोर उम्मीदवारों के लिए आईएएस कोचिंग कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है।इलाहाबाद केंद्रीय यूनिवर्सिटी  ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे एससी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की है  इससे उन उम्मीदवारों को विशेष तौर पर फायदा होगा जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है या जो किन्हीं वजहों से कोचिंग का खर्च नहीं उठा सकते हैं।इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में डॉ. अंबेडकर सेंटर फॉर एक्सीलेंस यानी डीएसीई की स्थापना की गई है। इसके पहले बैच की शुरुआत अक्टूबर से होगी। इसमें अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को सिविल सर्विसेज के लिए निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाएगी। इसके लिए एससी कैटेगरी के 545 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इनमें से 517 अभ्यर्थियों के फॉर्म सही पाए गए थे जिनमें से 204 अभ्यर्थी टेस्ट में शामिल हुए थे। टेस्ट में सफल अभ्यर्थियों की काउंसलिंग के बाद 100 छात्र-छात्राओं का चयन कोचिंग में किया जाएगा। जिन्हें एक वर्ष की निशुल्क कोचिंग दी जाएगी।इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने मिनिस्ट्री ऑफ सोशल जस्टिस एंड एंपावर्मेंट के साथ एमओयू भी साइन किया है। देश की 31 सेंट्रल यूनिवर्सिटीज ने केंद्र सरकार के साथ एमओयू साइन किया है। इसके तहत डॉ. अंबेडकर सेंटर फॉर एक्सीलेंस में तीन विषय विशेषज्ञ कॉन्ट्रैक्ट पर रखे जाएंगे जिन्हें प्रति माह एक लाख 15 हजार रुपये सैलरी मिलेगी। इसके साथ ही IAS, IPS और PCS अफसरों से भी संपर्क किया जाएगा ताकि वह भी वहां आकर अपने अनुभवों को शेयर कर उम्मीदवारों का मार्गदर्शन करें।डॉ अंबेडकर सेंटर फॉर एक्सीलेंस की नोडल ऑफिसर प्रोफेसर भारती दास के मुताबिक पहली बार इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एससी कैटेगरी के छात्र-छात्राओं के लिए निशुल्क कोचिंग की शुरुआत हो रही है।उन्होंने यह भी बताया कि डॉक्टर अंबेडकर सेंटर फॉर एक्सीलेंस में 33 फीसदी सीटें लड़कियों के लिए रिजर्व हैं। इसके साथ ही कोचिंग में 10 फ़ीसदी रिजल्ट भी देना अनिवार्य है।

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