गरीब बच्चों की कोचिंग के लिए सीएम योगी का बड़ा फैसला
लखनऊ यूपी में गरीब और वंचित वर्ग के छात्रों की बेहतर शिक्षा के लिए राज्य की योगी सरकार ने अहम फैसला लिया है। अपने सरकारी आवास में एक समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा है कि अभ्युदय योजना से राज्य के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के टीचर्स को भी जोड़ा जाए समाज कल्याण विभाग के काम की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ‘अंत्योदय से सर्वोदय’ की नीति के साथ बिना भेदभाव लोककल्याण की अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक योजना का लाभ 100% पात्र लोगों को अवश्य मिले।सरकार का लक्ष्य 100% संतृप्तिकरण है।मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनहित योजनाओं का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। जिससे अधिकाधिक जरूरतमंद लोग जागरूक हों और योजनाओं का लाभ उठा सकें। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना के तहत संचालित ‘आदर्श ग्राम योजना’ के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा प्रदेश के 10,384 ग्राम चयनित किए गए हैं।गांवों के चयन में अनुसूचित जाति बहुल गांव को प्राथमिकता दी जाए। इन गांवों के विकास में समाज कल्याण विभाग, अन्य विभागों जैसे ग्राम्य विकास तथा पंचायतीराज विभाग के साथ समन्वय करते हुए सभी कार्य समय सीमा के अंदर पूरा करें।उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रतिभाशाली गरीब युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के लिए संचालित 'मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना' के विगत वर्षों में अच्छे परिणाम आए हैं।इसे और बेहतर ढंग से संचालित करने की आवश्यकता है।जिससे अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं इसका लाभ ले सकें। इनमें विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के शिक्षकों को इंपैनल्ड किया जाए साथ ही प्रदेश में तैनात नए अधिकारियों को इन कोचिंग सेंटरों से जोड़ा जाना चाहिए।
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