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सुलतानपुर के इब्राहिमपुर में उपद्रवियों से होगी नुकसान की भरपाई


सुलतानपुर बल्दीराय थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर में हुए बवाल के मामले में पुलिस व प्रशासन ने उपद्रवियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पैमाइश में पता चला है कि बवाल का केंद्र बिंदु रहा एक मदरसा व चार मकान सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करके बनाए गए हैं। प्रशासन ने मदरसा प्रबंधक और चारों मकान स्वामियों को अपना भवन हटाने व करीब 10 लाख 12 हजार रुपये राजस्व नुकसान जमा करने की नोटिस जारी की है। निर्धारित समय में अवैध कब्जा नहीं हटाने पर प्रशासन भवनों को ढहाते हुए नुकसान व क्षतिपूर्ति राशि की वसूली करेगा।सोमवार की शाम वलीपुर के पास इब्राहिमपुर में दो पक्षों में हुए बवाल के बाद प्रशासन व पुलिस ने उपद्रवियों को चिह्नित करते हुए उन पर शिकंजा कस दिया है। प्रशासन की ओर से उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गई है। तहसील बल्दीराय की ओर से कराई गई पैमाइश में मदरसा जामे मुस्तफा कादरिया के साथ हेमनापुर निवासी अख्तर, अजमुद्दीन, शमशुद्दीन व श्रीराम यादव का मकान सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करके बनाया जाना पाया गया है। तहसील प्रशासन ने इन पर शिकंजा सकते हुए तीन दिन में अपना भवन हटाने व बाजार मूल्य के हिसाब से भूमि के नुकसान की राशि जमा करने की नोटिस जारी की है।इसमें अख्तर को 1,75,500, अजमुद्दीन को 2,16,000, शमशुद्दीन को 2,79,000, श्रीराम को 1,12,500 रुपये व मदरसा के प्रबंधक को 2,29,500 रुपये के नुकसान की राशि जमा करने की नोटिस जारी की है। तीन दिन में भवन हटाते हुए नुकसान की राशि नहीं जमा करने पर तहसील प्रशासन ने पांचों से क्षतिपूर्ति समेत नुकसान की धनराशि वसूली की चेतावनी नोटिस जारी की है। प्रबंधक समेत अन्य चार से क्षतिपूर्ति के रूप में 5,42,025 रुपये वसूले जाएंगे। प्रशासन की इस कार्रवाई से घटना से जुड़े लोग सकते में आ गए हैं। घटना को लेकर पुलिस की ओर से की जा रही जांच में जैसे-जैसे उपद्रवियों के नाम सामने आ रहे हैं प्रशासन की ओर से भी उन पर शिकंजा कसता जा रहा है। तहसीलदार घनश्याम भारती ने बताया कि तीन दिन का समय अतिक्रमणकारियों को दिया गया है। निर्धारित समय में जवाब समेत भवन हटाते हुए राशि नहीं जमा करने पर अगली कार्रवाई प्रक्रिया में लाई जाएगी। बल्दीराय के इब्राहिमपुर में संचालित मदरसा जामिया मुस्तफा कादरिया सरकार से वित्तपोषित है। कक्षा 10 तक (आलिया) तक संचालित मदरसे में जिले के अलावा अन्य जगहों के छात्र भी शिक्षा ले रहे हैं। मौजूदा समय में मदरसे की छात्र संख्या करीब 351 है। मदरसे में कार्यरत 14 स्टाफ को सरकार की ओर से वेतन दिया जा रहा है। इसमें एक प्रधानाचार्य, 11 शिक्षक, एक लिपिक व एक चपरासी कार्यरत है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुनीता देवी ने बताया कि मदरसे में पंजीकृत छात्रों को बेसिक शिक्षा विभाग की ओर पाठ्य पुस्तक व मिड-डे मील आदि की सुविधा दी जा रही है। मदरसा आवासीय है। 

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