मुख्यमंत्री ने सिविल अस्पताल में ड्राई रन का लिया जायजा
लखनऊ।कोरोना वैक्सीनेशन से पहले आज उत्तर प्रदेश में फाइनल ड्राई रन हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसकी मॉनिटरिंग खुद कर रहे हैं। सोमवार को वे अचानक हजरतगंज स्थित सिविल अस्पताल पहुंचे और ड्राई रन का जायजा लिया। आज तीसरी बार ड्राई रन करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य है।इससे पहले दो जनवरी को लखनऊ और फिर पांच जनवरी को प्रदेश भर में कोरोना टीकाकरण का ट्रायल किया जा चुका है। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों में 1500 टीकाकरण केंद्र और तीन हजार बूथ बनाए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने टीम-11 की बैठक में कहा कि 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरु होगा। आज शाम वे प्रधानमंत्री के साथ होने वाली वर्चुअल मीटिंग में भी शामिल होंगे।अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि टीकाकरण की तैयारियों को लेकर 11 जनवरी को पूरे प्रदेश के 1500 केन्द्रों पर ड्राई रन का फाइनल अभियान चल रहा है। कोरोना टीके की कोल्ड चेन मजबूत रहे और सुरक्षित ढंग से वैक्सीन टीकाकरण केंद्र पर पहुंचे, इसकी पुख्ता व्यवस्था की जा रही है।पहले दो ड्राई रन में मिली खामियों के आधार पर कोल्ड चेन बनाने से लेकर टीका लगाने तक की व्यवस्था में थोड़ा बदलाव किया गया है। फिलहाल प्रदेश टीकाकरण के लिए तैयार है। सभी जिलों में बनाए गए 1,500 टीकाकरण केंद्रों पर यह ट्रायल हो रहा है। लाभार्थियों को यस यम यस भेजा गया है। मैसेज में उन्हें कहां किस टीकाकरण केंद्र पर कितनी बजे पहुंचना है, इसकी जानकारी दी गई है।मुख्य सचिव आरके तिवारी ने अनुसार वैक्सीनेशन को लेकर हमारी पूरी तैयारियां है। ये ड्राइव बहुत जल्द पूरी होगी। पहले चरण में हेल्थ केयर वर्कर्स हमारे डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, सिस्टर्स, वार्ड बॉय, सफाईकर्मी, स्वास्थ्य महकमे के ऐसे तकरीबन 9 लाख लोग हैं, इनके लिए डेढ़ हजार बूथ की प्रदेश लेवल पर व्यवस्था रहेगी। 3 हजार सेशन के माध्यम से इन्हें वैक्सीन दी जाएंगी। दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर्स जो 18 लाख के करीब हैं। 6 हजार सेशन में 3 हजार बूथ के माध्यम से वैक्सीन दी जाएंगी।तीसरे चरण में प्रदेश में 4 करोड़ ऐसे व्यक्तियों को जो 50 वर्ष की आयु व इसके आसपास जिन्हें तमाम गम्भीर बीमारियां है इन्हें वैक्सीन दी जाएंगी। इसके लिए कोल्ड चेन की व्यवस्था की गई है। प्रदेश स्तर से मंडल स्तर, जिला स्तर और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर व्यवस्था की गई है। इसके बाद यहां से गांवों में इसके बूथ खोलकर लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। पहले दो चरण में दो से तीन सप्ताह का समय लगेगा। तीसरे चरण में ये प्रयास होगा एक माह में पूरा किया जा सके। कोरोना की दो वैक्सीन आई है कोविशील्ड और कोवैक्सिन। इसे लेकर किसी तरह की गड़बड़ी व फर्जीवाड़ा नहीं हो सकता क्योंकि ये आधार से लिंक है।
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