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सभी थानों मे कार्यरत महिला पुलिसकर्मियों को जागृत कर सशक्त किया जाए-सीएम


 लखनऊ उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह  अवनीश कुमार अवस्थी ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष पुलिस महानिरिक्षक जोन लखनऊ  लक्ष्मी सिंह ने  आपरेशन शक्ति का प्रस्तुतीकरण किया। उन्होंने बताया कि यह गृह विभाग का एक अनूठा और प्रशंसनीय प्रयास है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री  ने निर्देश दिये है कि प्रमुख चौराहों, महिला स्कूल/काॅलेजों तथा क्राइम मैपिंग कर चिन्हित स्थानों पर महिला पुलिसकर्मी की तैनाती की जाए, लगातार शक्ति मोबाइल द्वारा पाबंद किया जाए, विशेष अभियान चलाकर हर जिले में पाॅस्कों एक्ट में शीघ्र सजा कराना तथा जनसाधारण में इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित किया जाए, बीटप्रभारी, थानाध्यक्ष व क्षेत्राधिकारी के ग्राम भ्रमण के दौरान ऐसे अभियुक्तों तथा उपद्रवी तत्वों को बुलाकर उनकी काउन्सिलिंग/हाजिरी ली जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री  के निर्देश पर पहली बार एक वृहद रूप से अभियान के रूप में महिला संबंधी अपराधों में प्रकाश में आये अभियुक्तों को उनके सामाजिक दायित्व बोध का संज्ञान कराते हुए परिवार वालों के भी दायित्व का निर्धारण किया गया है।  श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सभी थानों मे कार्यरत महिला पुलिसकर्मियों को जागृत कर सशक्त किया जाए, उन्हें शक्ति मोबाइल पर कार्य करने के लिए ब्रीफ किया जाए, महिलाओं के विरूद्ध अपराधों में अभियुक्त के जमानतदार को भी इस अभियान में काउन्सिलिंग कर उन्हें भी उत्तरदायी बताया जाए, इसके साथ ही अपराध रजिस्टार को अपडेट कर सारे महिला अपराधों की जानकारी पूर्ण की जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार महिला पुलिसकर्मी/शक्ति मोबाइल प्रभारी के नम्बर महिला ग्रुप एवं पंचायत में गांव-गांव प्रसारित किया जाए, अपराध रजिस्टार से महिला सम्बन्धी अपराधों की क्षेत्रवार सूचना की लिस्ट बीट कांस्टेबल को निगरानी हेतु दी जाए। सभी अभियुक्तों तथा चिन्हित किये गये व्यक्ति की अध्यावधिक सूचना नाम, मोबाइल नम्बल, जमानतदार के साथ क्षेत्राधिकारी के यहाॅ रखी जाए, सभी क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया जाए कि वो प्रत्येक बीट कांस्टेबल कि बीट सूचना रजिस्टर हर माह अपडेट कराने के भी निर्देश दिये है। उन्होंने बताया कि विगत 5 सितम्बर से 10 दिवसीय अभियान के अन्तर्गत गांव-गांव में पहुंचे पुलिसजन के माध्यम से गांव समाज को सक्रिय करना, यह सामाजिक अपराध है जिसमें जनमानस में सामाजिक उत्तरदायित्व को जाग्रत करना, उपद्रवी एवं दिग्भ्रमित युवाओं को चिन्हित कर समाज में उन्मुख करना, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो यह भी सुनिश्चित करे।श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये है कि महिला सम्बन्धी अपराधों हत्या, बलात्कार, शीलभंग, छेड़खानी, पाॅक्सों एक्ट व एंटीरोमियों द्वारा की गई कार्यवाही में सम्मिलित व प्रकाश में आये अभियुक्तों तथा जेल से बाहर आये अभियुक्तों के विरूद्ध अभियान चलाए जाये इसके साथ ही क्राइम मैपिंग के जरियें वलनेरेबल स्पाॅट को चिन्हित कर जैसे बाजार, बालिका विद्यालयों के आस-पास गाॅव के मध्य चैराहे इत्यादि पर शक्ति मोबाइल के द्वारा छापामारी, गाॅव-गाॅव मे ऐसे तत्वों को तथा उनके परिवार को जिम्मेदार सदस्य को 107/116 सी0आर0 पी0सी0 के तहत मौके पर पाबंद कराना, उनकों समाज में खड़ा कर काउन्सिलिंग कराना। उन्होंने बताया कि कुल 822 अभियुक्तों तथा 669 परिजनों के विरूद्ध 107/116 सी0आर0 पी0सी0 के पाबंद करने की कार्यवाही की गयी। 770 अभियुक्तों के खिलाफ 110जी के कार्यवाही का निर्धारण, एक से अधिक बार चिन्हित 564 व्यक्तियों के विरूद्ध गुंडा एक्ट के तहत कार्यवाही, एंटीरोमियों स्कवाड द्वारा बड़ें पैमाने पर कार्यवाही करते हुए कुल 4512 स्थानों पर लगभग 6528 व्यक्तियों को चेक करते हुए 531 व्यक्तियों का चालान 151 सी0आर0 पी0सी0 के अंतर्गत किया गया है।  

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