विश्व को कोरोना महामारी से जल्दी निकालने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत पीएम मोदी
पिछले कुछ सालों में हमारे सहयोग में अच्छी गति आई है। यह सौभाग्य की बात है कि हमारे संबंधों की बागडोर आप जैसे विजनरी लीडर के हाथ में हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को मजबूत करने के लिए सबसे अच्छा समय है। हमारे पास असीम संभावनाएं हैं। ये संभावनाएं चुनौतियां भी लाती हैं। इन चुनौतियों को कैसे क्षमता में बदला जाए ताकि दोनों देशों के नागरिकों, बिजनस, अकादमीक और रिसर्चर्स के बीच लिंक्स हों और मजबूत बनें। कैसे हमारे संबंध अपने क्षेत्र और विश्व के लिए स्थायित्व का कारक बने। कैसे हम ग्लोबल गुड्स के लिए काम करें इन पर विचार की आवश्यकता है। पीएम मोदी ने कहा कि समकालीन विश्व में देशों की अपेक्षाएं और हमारे नागरिकों की हमसे अपेक्षाएं बढ़ गई हैं। लोकतांत्रिक मूल्यों की वजह से हमारा कर्तव्य है कि हम इन अपेक्षाओं पर खरे उतरें। इसलिए वैश्विक कल्याण के मूल्य, लोकतंत्र, कानून के शासन, स्वतंत्रता, आपसी सम्मान, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं का सम्मान और पारदर्शिता आदि को बनाए रखना, सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है। यह एक प्रकार से भविष्य के लिए धरोहर है। आज जब अलग-अलग प्रकार से इन मूल्यों को चुनौती दी जा रही है तो हम आपसी संबंधों को मजबूत करके इन्हें सशक्त कर सकते हैं। भारत ऑस्ट्रेलिया के साथ अपने संबंधों को अपने व्यापक और तेज गति से बढ़ाने को तैयार है। यह ना केवल हमारे दोनों देशों बल्कि इंडो-पैसेफिक क्षेत्र और विश्व के लिए अच्छा है।
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