प्रदेश के 75 जनपदों में 6,237 कोरोना के मामले एक्टिव
लखनऊ।अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। कल 14,048 सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 5,42,972 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में 6,237 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 10,369 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि पूल टेस्ट के अन्तर्गत कुल 1614 पूल की जांच की गयी, जिसमें 1571 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 43 पूल 10-10 सैम्पल की जांच की गयी। श्री प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 17,75,951 लाख कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया, जिनमें से 1567 लोगों में करोना जैसे कोई न कोई लक्षण पाया गया है। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 1,30,594 लाख सर्विलांस टीम द्वारा 97,33,508 घरों के 4,96,85,930 करोड़ लोगों का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से अलर्ट जनरेट आने पर कन्ट्रोल रूम द्वारा निरन्तर फोन किया जा रहा है। अलर्ट जनरेट होने पर अब तक 87,482 लोगों को कन्ट्रोल रूम द्वारा फोन कर जानकारी प्राप्त की गयी।श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में रैण्डम सैम्पलिंग के अन्तर्गत प्रदेश के सभी जनपदों में आश्रय स्थलों, ओल्ड एज होम एवं बाल सुधार गृह में रह रहे व्यक्तियों के सैम्पल के जांच की गयी। जिसमें 3 जनपदों सुल्तानपुर, कुशीनगर, जालौन के ओल्ड एज होम में कोरोना संक्रमण पाया गया। उन्होंने बताया कि इसी प्रदेश के 75 जनपदों में से केवल दो जनपदों मेरठ, कानपुर नगर के बाल सुधार गृह में कोरोना संक्रमण के केस सामने आये हैं। उन्होंने बताया कि जिन जनपदों में संक्रमण के केस आये हैं वहां के आश्रय स्थलों में सभी की जांच करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि आई0सी0एम0आर0 गाइडलाइन के अनुसार डिस्चार्ज पाॅलिसी में संशोधन किया गया है। असिम्टोमैटिक वाले मरीजों को अब 10 दिन के बाद किसी प्रकार के लक्षण न आने पर बिना जांच के ही घर भेज दिया जायेगा। ऐसे लोगों को घर पर 07 दिन होम क्वारंटीन में रहना होगा। उन्होंने बताया कि सिम्टोमैटिक वाले मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही घर भेजा जाएगा।
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